नई दिल्ली, चुनाव के दौरान जनता से किये वादे ज्यादातर दल भूल जातें हैं, लेकिन कुछ दल एसे भी हेतें हैं जो अपने वादों पर पूरी तरह खरे उतरतें है। मिजोरम विधानसभा ने चार साल बाद फिर से राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू करने के लिये एक विधेयक पारित किया है।
आबकारी एवं नारकोटिक्स मंत्री डॉ. के के बिछुआ ने विधेयक पेश करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने आम लोगों के स्वास्थ्य तथा कानून को सही ढंग से लागू कराने के उद्देश्य से शराब के निर्माण, आयात, बिक्री और खपत पर रोक लगाने का फैसला किया है। पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सभी विधायकों ने मिजोरम शराब (निषेध) विधेयक, 2019 का समर्थन किया और बुधवार को इसे पारित कर दिया गया।
सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने पिछले साल नवंबर में विधानसभा चुनाव के दौरान वादा किया था कि अगर उसे वोट दिया गया तो वह राज्य में पूर्ण शराबबंदी सुनिश्चित करेगी। मिजोरम में 1997 से 2015 तक पूर्ण शराबबंदी लागू थी। लाल थनहावला के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार ने मार्च, 2015 से राज्य में शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी थी।