नई दिल्ली,उत्तराखंड के चार धामों में से एक केदारनाथ धाम मंदिर के कपाट करीब छह महीने तक बंद रहने के बाद 9 मई को फिर से खुलेंगे. वहीं हेमकुंड साहिब के कपाट भी 25 मई को खोल दिए जाएंगे। पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि पंचांग गणना के आधार पर घोषित की गई।
गणना के अनुसार, कपाट विशेष पूजा अर्चना के साथ सुबह 5: 35 बजे खोले जाएंगे। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के कार्याधिकारी एनपी जमलोकी व मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि मंदिर सुबह पूजा-अर्चना की गई। बाबा केदार की पंचमुखी भोग मूर्ति का श्रृंगार कर भोग लगाया गया। इसके बाद रावल भीमाशंकर की मौजूदगी में वेदपाठियों द्वारा पंचांग गणना कर केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की। बाबा केदार की भोगमूर्ति के धाम प्रस्थान का दिन भी तय किया गया।
इस दौरान विद्यापीठ के छात्र-छात्राओं समेत वेदपाठियों द्वारा धार्मिक गीत और कीर्तन-भजन भी आयोजित किए गए। इस मौके पर बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, सीईओ बीडी सिंह सहित आचार्यगण, हक-हकूकधारी आदि मौजूद रहे। सिखों के पवित्र तीर्थ श्री हेमकुंड सहिब के कपाट इस वर्ष 25 मई को श्रदालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। हेमकुंड ट्रस्ट के प्रबन्धक सेवा सिंह के अनुसार, हेमकुंड साहिब में इस समय 14 फीट तक बर्फ जमी हुई है। घांघरिया से हेमकुंड साहिब तक कई स्थानों पर भारी हिमखंड हो गया है। 25 अप्रैल से मार्ग खोलने का काम शुरू कर दिया जाएगा।