इस सेमिनार से क्यों हुई भाजपा सरकार नाराज, आयोजकों को नोटिस देने की तैयारी
January 29, 2018
देवबंद -सहारनपुर, उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के देवबंद कस्बे में कुछ अनाम और छद्म संगठनों द्वारा बगैर अनुमति के आयोजित सेमिनार में भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के खिलाफ जमकर निशाना साधा। जिला पुलिस एवं प्रशासन ने सेमिनार के आयोजकों को नोटिस देने की तैयारी कर रहा है ।
देवबंद इस्लामिक एकेडमी, जामिया उल मारिफ, कारवाने अमन, इंसाफ अबना, मदारिस इस्लामिया के बैनर तले मुस्लिम फंड ट्रस्ट द्वारा संचालित महमूद हाल में क्या हिंदुस्तान में लोकतंत्र जिंदा है, विषय पर कल रात सेमिनार का आयोजन किया गया था। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के विवादित छात्र नेताओं उमर खालिद और मोहित पांडेय आदि ने इस्लामिक शिक्षा के प्रसिद्ध केंद्र देवबंद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएसएस पर गंभीर आरोप लगाते हुए केंद्र और राज्य सरकार पर तीखे हमले किए।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ;देहात विद्यासागर मिश्र ने कहा कि समाज में विद्वेष फैलाने और शांतिभंग करने वालो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। देवबंद के उपजिलाधिकारी देवबंद रामविलास यादव ने बताया कि बगैर पुलिस-प्रशासन की अनुमति के किए गए इस आयोजन की जांच के आदेश दिए गए है और उनकी ओर से आयोजकों को नोटिस जारी किए जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार जेएनयू के विवादित छात्र नेता उमर खालिद ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विकास के दावो की आढ़ में भाजपा और संघ नेतृत्व लोकतंत्र का गला घोंटने में लगे है। उन्होंने संजय लीला भंसाली की पद्मावत फिल्म के विरोध के पीछे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना था कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में हिंसा करने वाले उपद्रवियों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। भाजपा पर चुनाव में किए गए वायदों को पूरा नहीं करने के साथ जाति और धर्म के नाम पर उन्माद फैलाने का आरोप लगाया ।
सेमिनार में जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष मोहित पांडेय ने कहा कि बेरोजगारी के सवाल का न तो प्रधानमंत्री और न ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कोई जवाब देते है। उन्होंने सहारनपुर में दलितों पर हमला करने वालो के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। दादरी में गोकशी के आरोप में मारे गए अखलाक के हत्यारों को देशभक्ति के तमगे से नवाजा गया। उन्होंने मुजफ्फरनगर के दंगइयों से मुकदमें वापस लेने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फैसले पर भी सवाल उठाए।
कार्यक्रम में यूनाइटेड अर्गेसट सियाद हसन, नदीम खान और स्टूडेंड फेडरेशन के अध्यक्ष मिरार हैदर आदि ने भी विचार व्यक्त किए। पुलिस प्रशासन इस सेमिनार के आयोजन की जांच में लगा है और सुबूत जुटाए जा रहे है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जल्द कानूनी कार्रवाई करेगी।