नई दिल्ली, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस हफ्ते भारत दौरे पर आएंगे। इस दौरान वे कंबोडिया और बांग्लादेश जाएंगे। भारत में वे गोवा में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में भी शरीक होंगे। चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 13 से 17 अक्तूबर के इस दौरे में शी सबसे पहले कंबोडिया जाएंगे, उसके बाद बांग्लादेश जाएंगे और अंत में ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए गोवा पहुंचेंगे।
गोवा में शी की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कुछ अन्य नेताओं से भी होगी जिसमें बिम्सटेक (बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमा और थाईलैंड) के राष्ट्र प्रमुख भी शामिल हैं। इन सभी को गोवा सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया गया है। बैठक में ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) और बहु क्षेत्रीय तकनीकी तथा आर्थिक सहयोग हेतु बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) देशों के 11 राष्ट्र प्रमुख शामिल होंगे।
अधिकारियों के मुताबिक ब्रिक्स सम्मेलन 15 अक्तूबर से शुरू होगा और अगले दिन इसका समापन होगा जिसमें बिम्सटेक देश भाग लेंगे। शी का बांग्लादेश दौरा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दोनों देशों के बीच इस स्तर का पिछला दौरा 30 साल पहले वर्ष 1986 में हुआ था। चीन के उप विदेश मंत्री ली बाओदोंग ने यहां मीडिया को बताया कि दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण समझौते किए जाएंगे। नेपाल के प्रमुख कमल दहल उर्फ प्रचंड शी से ब्रिक्स सम्मेलन से इतर मुलाकात करेंगे। शी का नेपाल का पिछला दौरा रद्द हो गया था क्योंकि चीन नेपाल की नई सरकार द्वारा दोनों देशों के बीच संपर्क सुधारने के लिए किए गए समझौतों के क्रियान्वयन में देरी करने के कारण नाराज था। ली ने कहा कि चीन गोवा में होने जा रहे ब्रिक्स सम्मेलन को महत्वपूर्ण मानता है क्योंकि इसके जरिए ब्रिक्स नेताओं को बिम्सटेक नेताओं से मुलाकात करने का मौका मिलेगा।