कोलकाता/नई दिल्ली, गिरफ्तार किए गए कारोबारी पारस मल लोढ़ा के खिलाफ अपने अभियान को जारी रखते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोलकाता में कथित तौर पर लोढ़ा के एक बैंक लॉकर से हीरे, रूबी और जेवर जब्त किए हैं। अलीपुर रोड पर एक सार्वजनिक क्षेत्र की बैंक शाखा के लॉकर को कल ईडी के अधिकारियों के दल ने खोला। एजेंसी अब जब्त किये गये माल का सही मूल्य पता लगाने का प्रयास कर रही है। कोलकाता में ही दूसरी बैंक शाखाओं में लोढ़ा के दो और बैंक लॉकरों को खोला जाना है।
एजेंसी ने 27 दिसंबर को पश्चिम बंगाल की राजधानी में लोढ़ा के दो ठिकानों पर तलाशी शुरू की थी जिसके बाद बैंक लॉकरों की तलाशी शुरू की गई। अधिकारियों ने बताया कि लॉकर में कुछ हीरे, रूबी और दूसरे अन्य जेवर बड़ी मात्रा में मिले हैं जिनकी कीमत का पता लगाया जा रहा है। मंगलवार को तलाशी के दौरान एजेंसी ने एक कथित स्विस बैंक खाते से संबंधित कुछ दस्तावेज भी जब्त किये थे। प्रवर्तन निदेशालय ने पुराने नोटों को बंद करने के सरकार के ऐलान के बाद उन्हें गलत तरह से सफेद धन में बदलने के दो मामलों में कथित रूप से शामिल होने के सिलसिले में लोढ़ा के खिलाफ मामला दर्ज किया था और कारोबारी से पूछताछ की जा रही है।
62 वर्षीय लोढ़ा की ईडी की हिरासत आज समाप्त हो रही है और उसे दिल्ली की एक अदालत में पेश किया जा सकता है। कोलकाता में तलाशी के दौरान एजेंसी ने लोढ़ा के ठिकानों से कुछ कंप्यूटर उपकरण और अन्य हार्डवेयर जब्त किये थे। कुछ दस्तावेज भी बरामद हुए जो किसी महिला के नाम पर एक स्विस बैंक खाते के लगते हैं। महिला लोढ़ा से जुड़ी हो सकती है। लोढ़ा को रोहित टंडन और चेन्नई के जे शेखर रेड्डी की एक कंपनी से बड़ी संख्या में नयी मुद्रा जब्त होने के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
एजेंसी ने पहले दावा किया था कि लोढ़ा मामले में गहरी साजिश में शामिल है और वह पुराने नोटों को नये में बदलने के लिए 15 से 20 प्रतिशत कमीशन ले रहा था। ईडी ने कहा था कि लोढ़ा ने कबूल किया है कि नोटबंदी के बाद उसने और उसके सहयोगियों ने कम से कम 25 करोड़ रुपये के बंद हो चुके नोटों को नये नोटों में बदला था। ईडी ने कल टंडन को भी दिल्ली में गिरफ्तार किया। टंडन और रेड्डी से जुड़े इन दो मामलों की जांच कम से कम चार एजेंसियां कर रहीं हैं, जिनमें ईडी, आयकर विभाग, सीबीआई और दिल्ली पुलिस हैं।