मुंबई, सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भाजपा सांसद वरूण गांधी द्वारा लोकसभा में पेश किये गए वापस बुलाने का अधिकार विधेयक का समर्थन किया है। वरूण गांधी को 16 मई को भेजे गये पत्र में हजारे ने कहा कि ऐसा प्रावधान राजनीतिक दलों पर दबाव डालेगा कि वे आपराधिक पृष्ठभूमि वाले और भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रहे लोगों को टिकट ना दें।
हजारे ने कहा, पार्टियां ऐसे लोगों को टिकट सिर्फ इसलिए दे रही हैं क्योंकि वे वोट-बैंक को नियंत्रित करते हैं। उन्होंने मतदान के वक्त ही खारिज करने का अधिकार का भी समर्थन किया। सामाजिक कार्यकर्ता ने पत्र में लिखा है, यदि क्षेत्र के ज्यादातर उम्मीदवारों की आपराधिक पृष्ठभूमि है या उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं तो, खारिज करने के अधिकार का विकल्प भी होना चाहिए।
ईवीएम में एक विशेष बटन नापसंद का भी होना चाहिए। यदि मतदाताओं का बहुमत इस बटन को दबाता है तो उस सीट पर चुनाव रद्द कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, वहां फिर से चुनाव होना चाहिए जिसमें वे उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।