नयी दिल्ली, मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना ने शुक्रवार को कहा कि एक साल से कम समय में विभिन्न उच्च न्यायालयों में 126 न्यायाधीश नियुक्त किए गए, जबकि 50 न्यायधीश बनाएं जाने की उम्मीद है।
न्यायमूर्ति रमना ने न्यायालय परिसर में आयोजित उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के 39 वें सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह उल्लेखनीय उपलब्धि आपके (मुख्य न्यायाधीशों एवं कॉलेजियम के सहयोगी न्यायाधीशों ) के पूरे दिल से सहयोग एवं न्यायिक संस्था के प्रति प्रतिबद्धता के कारण संभव हुआ।
उन्होंने उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों का न्यायाधीशों की नियुक्ति में सहयोग के लिए धन्यवाद करते हुए उन से अनुरोध किया कि वे जल्द से जल्द न्यायाधीशों के खाली पड़े पदों को भरने के लिए उपयुक्त नामों की सिफारिश करें।
न्यायमूर्ति रमना ने कहा कि पिछले एक साल में उच्चतम न्यायालय के लिए नौ न्यायाधीशों और उच्च न्यायालयों के लिए 10 नए मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति की गई।
इस सम्मेलन में इससे पहले वर्ष 2016 में मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन में पारित प्रस्तावों में हुई प्रगति की समीक्षा के साथ-साथ देशभर में न्यायिक प्रणाली में सुधार के उपायों पर विचार-विमर्श किया किया जा रहा है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक 30 अप्रैल को दिल्ली के विज्ञान भवन में मुख्यमंत्रियों और मुख्य न्यायाधीशों का एक संयुक्त सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
संयुक्त सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। मुख्य न्यायाधीश और केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री किरण रिजिजू सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन में प्राथमिकता के आधार पर सभी अदालत परिसरों में नेटवर्क और कनेक्टिविटी को मजबूत करने, मानव संसाधन / कार्मिक नीति, जिला अदालतों की जरूरतों सहित तमाम जरूरी मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।
सम्मेलन में न्यायपालिका के बुनियादी ढांचे तथा क्षमता निर्माण, संस्थागत और कानूनी सुधार और उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति के संबंध में गहन चर्चा की जा रही है।
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय 1953 से उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन का आयोजन करता आ रहा है और अब तक 38 ऐसे सम्मेलन आयोजित कर चुका है। आखिरी बार वर्ष 2016 में सम्मेलन आयोजित किया गया था।