नयी दिल्ली, उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने हंस फाउंडेशन की 15वीं वर्षगांठ के अवसर पर शनिवार को यहां आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया और संस्था के उल्लेखनीय सेवा कार्यों की सराहना की।
सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल ने इस अवसर पर माता मंगला और भोलेजी महाराज को साधुवाद देते हुए कहा कि हंस फाउंडेशन ने देशभर में स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तीकरण, ग्रामीण विकास, आपदा प्रबंधन और बाल कल्याण के क्षेत्र में जो काम किये है वे अत्यंत अनुकरणीय और प्रेरणादायक हैं।
राज्यपाल ने कहा कि ‘सेवा परमो धर्मः’ का पालन करते हुए हंस फाउंडेशन ने मानवता के कल्याण में अतुलनीय योगदान दिया है। फाउंडेशन द्वारा उत्तराखंड में संचालित जनरल अस्पताल,आई केयर अस्पताल और उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की सराहना की और साथ ही फाउंडेशन द्वारा महिलाओं और युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने, शिक्षा के लिए आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी छात्रों की मदद करने और प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूकता फैलाने के प्रयासों की भी प्रशंसा की।
उन्होंने कहा,“फाउंडेशन के हर घर स्वास्थ्य की दस्तक और लिटिल हार्ट जैसे कार्यक्रम हजारों लोगों को जीवनदान दे रहे हैं। देश के दूरदराज इलाकों तक अपनी पहुंच बनाकर यह फाउंडेशन असमानताओं को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सेवा का मार्ग हमें ईश्वर तक ले जाता है। हंस फाउंडेशन की यह सेवा यात्रा मानवता के कल्याण की दिशा में अनवरत चलती रहे, यही मेरी कामना है।”