देहरादून, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सोमवार को उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने विधान सभा भवन, देहरादून में विधानसभा के अधिकारियों एवं कर्मचारीयों के संग योगाभ्यास किया। साथ ही, भराड़ीसेंण विधान भवन के कार्मिक एवं अन्य लोगों ने भी वर्चुअल योग कार्यक्रम में भागेदारी की।
कोरोना संक्रमण के चलते “घर पर योग और घर घर योग’’ थीम को अपनाते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने विभिन्न आसनों के साथ योगाभ्यास किया। इस दौरान वह डिजिटल माध्यम से विधानसभा के सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ योगाभ्यास के दौरान जुड़े रहे।
इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने कहा कि योग से मन के भीतर नकारात्मक शक्तियों के स्थान पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। शरीर, मन एवं आत्मा में संतुलन स्थापित होता है, जिससे मनुष्य एकनिष्ठ, एकाग्र एवं स्थिर होता है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि सभी लोग योग को अपने दिनचर्या का अंग बनाए और तनावमुक्त, स्वस्थ होकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।
योगाचार्य विपिन जोशी ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी से जब पूरी दुनिया परेशान है, तब एक बार फिर योग ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। योग के प्रयोग एवं संतुलित जीवन शैली से ही हम शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण मानवता को भारतीय संस्कृति के इस अनमोल उपहार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने प्रयासों से वैश्विक स्वीकृति प्रदान करवाई है।
योगाभ्यास कार्यक्रम के दौरान श्री अग्रवाल ने योगाचार्य विपिन एवं उनकी टीम को शाल ओड़ा कर कर सम्मानित किया। साथ ही उपस्थित कार्मिकों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क एवं सैनिटाइजर वितरित करते हुए जागरूक किया। इस दौरान विगत दिनों दिवंगत हुए विधायकों एवं विधानसभा के दिवंगत कार्मिकों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
इस अवसर पर विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल, वरिष्ठ निजी सचिव अजय अग्रवाल, अनु सचिव नरेंद्र रावत, वरिष्ठ निजी सचिव राजेंद्र चौधरी, अनु सचिव हेम पंत, नीरज थापा, हिमांशु त्रिपाठी, पुष्कर रौतेला, दीपचंद, राकेश पाल, मुकेश हटवाल, राजेश उनियाल, महेश भट्ट, शिवम छाबडा, सरस्वती, मीनाक्षी, प्रमोद पांडे, किशोर पांडे, हरीश चौहान, उपसूचना अधिकारी भारत चौहान, राजीव बहुगुणा, प्रवीण जोशी, सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी गण मौजूद थे।
इससे पूर्व, विधानसभा अध्यक्ष ने घने जंगल में पहुंचकर प्रकृति की गोद में योगाभ्यास कर, योग से निरोग रहने एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि शुद्ध वातावरण एवं हरियाली के बीच योग करने से मन, मस्तिष्क एवं शरीर को विशेष आनंद की अनुभूति प्रदान होती है एवं शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।