लखनऊ, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि आठ साल में यूपी उत्तम प्रदेश बन चुका है और अब यह उद्यम प्रदेश बनने की ओर तेजी से अग्रसर है।
उन्होंने इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि वे दृढ़संकल्प के साथ उत्तर प्रदेश के विकास के लिए समर्पित हैं। उप राष्ट्रपति ने महाकुम्भ की चर्चा करते हुए कहा कि पूरी दुनिया आश्चर्यचकित है कि प्रयागराज में इतना बड़ा आयोजन आखिर कैसे इतने सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हो रहा है। उन्होंने प्रदेश में अपराध में आई गिरावट की तारीफ की और कहा कि इससे ईज ऑफ डुइंग बिजनेस में उल्लेखनीय उछाल आया है।
उन्होंने योगी आदित्यनाथ के नारे ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का समर्थन करते हुए कहा कि उनके इस विचार को पूरे देश ने अपना समर्थन दिया है। उप राष्ट्रपति ने देश में अवैध शरणार्थियों की मौजूदगी पर भी चिंता व्यक्त की।
उप राष्ट्रपति शुक्रवार को राजधानी के अवध शिल्पग्राम में आयोजित उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा “ मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और आगामी एक फरवरी को परिवार के साथ महाकुम्भ में डुबकी लगाऊंगा। ये मेरे लिए गौरव की बात होगी।”
उन्होंने प्रदेश की जनता को राज्य के स्थापना दिवस की बधाई दी और कहा कि योगी ने इस बात को चरितार्थ किया है कि यूपी अनलिमिटेड पोटेंशियल वाला प्रदेश है। उन्होंने कहा कि 2018 से राज्य स्थापना दिवस मनाने की परंपरा सराहनीय कदम है। हर स्थापना दिवस पर एक योजना प्रारंभ की गई है। आज मुख्यमंत्री युवा उद्यमी अभियान का शुभारंभ किया गया है। इसके अंतर्गत 10 लाख उद्यमी ही नहीं बनेंगे, बल्कि ये उद्यमी औरों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित करेंगे।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि यूपी की पहचान इसकी तीव्र और ऐतिहासिक प्रगति के रूप में झलक रही है। ये आसान काम नहीं था। किसी ने सोचा नहीं था ऐसा होगा, इसके लिए योगी आदित्यनाथ साधुवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि विश्वस्तरीय संस्थागत ढांचे के निर्माण में यूपी सबसे आगे है। पूरी दुनिया के लिए ये एक उदाहरण है। तकनीकी और व्यापार के विस्तार में भारत की लंबी छलांग में यूपी की भागीदारी महत्वपूर्ण है। एक जमाना था जब यूपी की पहचान कानून व्यवस्था की चिंता से होती थी। उससे निकलने का रास्ता नहीं दिखता था। प्रांत एक चक्रव्यूह में फंस गया था। संभावनाएं कुंठित हो गई थी। योगी ने इसे सुशासन वाले प्रदेश की पहचान दी है। इस प्रगति की चर्चा देश-विदेश में है। इस प्रदेश पर श्रीराम, श्रीकृष्ण, काशी विश्वनाथ और संकटमोचन बजरंगबली का आशीर्वाद प्राप्त है। गोरखनाथ मठ के महंत इसका नेतृत्व कर रहे हैं। जब नेतृत्वकर्ता मजबूत होता है तो विकास गुणात्मक होता है। इस प्रदेश में योगियों की लंबी शृंखला रही है। आज इस प्रदेश का नेतृत्व एक योगी के हाथ में है। भगवान बुद्ध ने यहां प्रथम संदेश दिया। उत्तर प्रदेश स्वतंत्रता आंदोलन की गाथाओं से ओत प्रोत है।
उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि 26 साल की उम्र में और बीते 26 साल से योगी आदित्यनाथ ने जनसेवा के लिए खुद को दृढ़संकल्प के साथ समर्पित किया है। उन्हें महंत अवैद्यनाथ के साथ सांसद बनने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर मिला था। लगातार दो बार मुख्यमंत्री बनने वाले इस प्रांत में केवल योगी आदित्यनाथ हैं। इनका कार्यकाल किसी भी पहले के मुख्यमंत्री से ज्यादा रहा है। कहा कि देश और व्यक्ति के जीवन में ऐसे मौके आते हैं जब हालात चुनौतीपूर्ण हों, तब बात असरदार और धारदार होनी चाहिए। बात से संकेत नहीं स्पष्ट संदेश देना होता है। योगी ने एक संदेश दिया कि हम एक नहीं होंगे तो दुष्परिणाम क्या हो सकते हैं। इस विचार को पूरे देश ने समझा है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश राजधर्म और जनकेंद्रित शासन की प्रयोगशाला बन गया है। एक समय था जब इस प्रदेश की पहचान बीमारू राज्य की थी। आज कोई इसका जिक्र भी नहीं करता क्योंकि परिवर्तन का पहिया 180 डिग्री घूम चुका है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर प्रदेश का आंकलन करें तो इस प्रदेश ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में लंबी छलांग लगाई है। यह 19वें से दूसरे स्थान आ गया हैं। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि केवल एक मामले में मुख्यमंत्री जी ‘दोषी’ हैं। वह ये कि यूपी में अपराध के मामले में गति कम हो गई है। अपराध पर कुठाराघात का संदेश पूरे देश में गया है। बीते सात-आठ वर्ष में प्रदेश का निर्यात दोगुना हो चुका है। एयरपोर्ट, मेट्रो की संख्या बढ़ी है। प्रयागराज महाकुम्भ देख पूरी दुनिया आश्चर्यचकित है। विश्व की कई संस्थाएं इसका अध्ययन कर रही हैं, कि इतना बड़ा आयोजन हो कैसे रहा है। प्रदेश ने जो लक्ष्य 1 ट्रिलियन डॉलर इकोनामी का रखा है, वो पूरा होते दिखाई दे रहा है।
उन्होने कहा कि बीते 10 साल में जनता को विकास का चस्का लग गया है। यही कारण है कि दुनिया में भारत आज सबसे एस्परेशनल देश है। विकसित भारत हमारा सपना नहीं हमारा लक्ष्य है। इसके लिए जो महायज्ञ हो रहा है, इसमें सबसे बड़ी आहुति यूपी की ओर से दी जा रही है। यूपी आज अर्थव्यवस्था में देश में दूसरा स्थान रखता है। अब इसे प्रथम पायदान पर पहुंचना है। उन्होंने वोकल फॉर लोकल को अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र बताया। उप राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर से उत्तम की यात्रा यही है नये उत्तर प्रदेश की गाथा। उन्होंने कहा कि हमें हर परिस्थिति में राष्ट्रहित सर्वोपरि रखना है। कोई भी लाभ और लालच राष्ट्रधर्म से ऊपर नहीं हो सकता है। उन्होंने स्वदेसी को अपनाने पर बल देते हुए कहा कि जिन वस्तुओं का निर्माण देश में हो रहा है, उनका आयात नहीं करना चाहिए। साथ ही कच्चे माल को बाहर निर्यात न करने की सलाह दी।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि देश में करोड़ों की संख्या में गैर कानूनी रूप से शरणार्थी रह रहे हैं। वे व्यवस्थाओं को चुनौती दे रहे हैं। साथ ही चुनाव के खेल में अपनी हिस्सेदारी बनाने की सोच रहे हैं। पूरी दुनिया इस बारे में सचेत हो चुकी है, हमें भी इसे गंभीरता से लेना होगा। देश की अस्मिता और स्थिरता के लिए हमें इसके खिलाफ कठोर कदम उठाना होगा। अंत में उन्होंने कामना की कि विकास पथ पर बिना किसी अवरोध के आगे बढ़ता रहे।
इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि अपने दृढ़ संकल्प और अथक प्रयासों से यूपी नित नया कीर्तिमान रच रहा है। ये गौरवपूर्ण अवसर है। यूपी ने 2018 से स्थापना दिवस को उत्सव और भव्यता के साथ मनाने की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि यूपी भारत की आत्मा है। यहां धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के साथ विकास के असीमित अवसर हैं। इस पावन भूमि पर भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण, महात्मा बुद्ध और कबीर जैसी महान विभूतियों ने जन्म लिया। प्रदेश में 500 साल बाद भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बना और प्रयाग में 144 वर्ष बाद महाकुम्भ हो रहा है। इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। पर्यटन की दिशा में यूपी अग्रणी राज्य बनता जा रहा है। इसके साथ ही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से गरीब कल्याण के कार्य हुए हैं। महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन की दिशा में अभिनव कदम उठाए गये हैं, जो अन्य प्रदेशों के लिए प्रेरक बने हैं। आज यूपी अपने प्राचीन गौरव को बनाए रखने के साथ विकास के नये आयाम पर पहुंचा है। किसान, युवा और उद्यमी उत्तर प्रदेश के विकास के वाहक हैं।