नई दिल्ली, आगामी विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भाजपा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होगा। शुक्रवार को भाजपा और संघ पदाधिकारियों व मंत्रियों के बीच बैठक में इसके खाका पर चर्चा हुई। माना जा रहा है कि अधिकतर केंद्रीय मंत्रियों को जहां उत्तर प्रदेश में दो दो जिलों का प्रभार दिया जाएगा। वहीं संघ कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर सरकार की उपलब्धियों को पहुंचाएंगे।
दिल्ली में भाजपा और संघ के बीच समन्वय का काम देख रहे कृष्ण गोपाल, भाजपा के संगठन महासचिव रामलाल ने लगभग ढ़ाई दर्जन मंत्रियों व नेताओं के साथ बैठक की। कुछ देर के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी बैठक में मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार बैठक में यूं तो सरकार की उपलब्धियों को जमीन तक पहुंचाने के तौर तरीकों पर ही चर्चा हुई। पार्टी दीन दयाल उपाध्याय की याद में गरीब कल्याण वर्ष भी मना रही है। वहीं चुनाव के लिहाज से केंद्रीय मंत्रियों को जिम्मेवारी देने पर भी बात हुई। बताते हैं कि कुछ बड़े केंद्रीय मंत्री जहां स्टार प्रचारक के रूप में पूरे प्रदेश में दौरा करेंगे। वहीं अन्य केंद्रीय मंत्रियों को दो दो जिलों का प्रभार दिया जा सकता है। इसके अलावा उन्हें दूसरे जिलों का भी दौरा करना पड़ेगा। सांसदों को पहले ही हर महीने अपने क्षेत्र में 20 दिन और दूसरे क्षेत्रों में 10 दिन बिताने का निर्देश दिया गया है।