लखनऊ, उत्तर प्रदेश में अपराध नियंत्रण करने में एक कदम पीछे रही यूपी पुलिस के आला अधिकारी जल्द अपराध समीक्षा कर सकते है। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार प्रदेश में जोन स्तर पर यह समीक्षा होगी और इसमें जेल से छुट कर आए अपराधियों, हिस्ट्रीशीटरों, माफिया तंत्रों, पुराने केस में फरार चल रहे अपराधियों के सम्बन्ध हुई कार्रवाई पर व्यापकता से चर्चा की जाएगी।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव का विगुल फुंका जा चुका है और चुनाव आयोग की टीम ने पिछले दिनों एक बैठक करते हुए अपर पुलिस महानिदेशक कानून व व्यवस्था को अपराध समीक्षा करने और फरार अपराधियों पर नकेल कसने को कहा है। इसमें हिस्ट्रीशीटरों और माफिया तंत्र पर विशेष निगरानी करने के निर्देश दिए गए है। क्राइम ब्रांच की रिर्पोट के अनुसार उत्तर प्रदेश में सौ से ज्यादा छोटे बड़े माफिया है और इसमें आधे से ज्यादा राजनीतिक दलों के सदस्य है। इसमें कुछ जनप्रतिनिधि भी है। भू-माफिया, बालू माफिया, खनन माफिया, वन माफिया की संख्या अनुपात में ज्यादा है। जानकारी हो कि पुलिस विभाग के प्रदेश में कुल आठ जोन है।