लखनऊ, राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश ‘सर्वोत्तम प्रदेश’ बनने की राह पर है और इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उनके मंत्रिपरिषद के सहयोगी और अधिकारी बधाई के पात्र हैं। उत्तर प्रदेश दिवस कार्यक्रम में नाईक ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हर वर्ग के लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़कर आगे बढ़ाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन उनके लिए गौरव का विषय है। मुंबई में उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन होता है लेकिन 68 वर्षों में राज्य में ऐसा कोई आयोजन नहीं हुआ। इसपर मुख्यमंत्री योगी ने मेरी सलाह मानी और स्थापना दिवस की शुरूआत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मंच दिया है। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स कोटा के खाली सरकारी पदों को जल्दी भरा जाये ताकि देश को खेल के क्षेत्र में लाभ मिले और खिलाड़ियों को आजीविका के लिए हाथ ना फैलाना पड़े। गाँव-गाँव में खेल के मैदान होने चाहिए तथा हर गाँव कस्बे में ‘खेलो इण्डिया खेलो’ को लागू करना चाहिए।
योगी ने कहा कि करीब सात दशकों में शासकीय स्तर पर दूसरी बार उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन राज्यपाल कि प्रेरणा से संभव हुआ है। 193 पुरस्कार यहाँ वितरित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का निर्यात बढ़ा है। हस्तशिल्प के क्षेत्र में गत वर्ष ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना की शुरूआत हुई थी जिसके अंतर्गत परम्परागत उद्योगों को जोड़ा गया है। पांच वर्ष में इस योजना के तहत 20 लाख लोगों को रोजी-रोटी से जोड़ा जा सकता है।
उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश को ‘मिनी भारत’ के नाम से जाना जाता है। प्रदेश की आबादी 23 करोड़ से अधिक है तथा साक्षरता 79.72 प्रतिशत है। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना के तहत टूलकिट वितरित किये तथा प्रादेशिक सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमी पुरस्कार, विशिष्ट हस्तशिल्प प्रादेशिक पुरस्कार, राज्य निर्यात पुरस्कार, खिलाड़ियों को लक्ष्मण एवं रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से प्रदेश की हस्तियों को पदक, प्रशस्ति पत्र व नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने पर्वतारोही अरूणिमा सिन्हा को 11 लाख रुपये का प्रोत्साहन पुरस्कार देने की घोषणा भी की।