नई दिल्ली, उपराष्ट्रपति चुनाव में भाजपा की अगुवाई वाले राजग उम्मीदवार एम. वेंकैया नायडू से आंध्र प्रदेश के सांसदों ने मुलाकात कर अपना समर्थन जताया। गुरुवार को नायडू के आवास पर हुई मुलाकात में आंध्र प्रदेश के भाजपा, वाईएसआर कांग्रेस, तेलगु देशम पार्टी के सांसदों ने मुलाकात कर उपराष्ट्रपति चुनाव में उनके पक्ष में अपना समर्थन जताया।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए शनिवार को मतदान होना है। नायडू के मुकाबले एकजुट विपक्ष ने महात्मा गांधी के परपोते गोपालकृष्ण गांधी को उम्मीदवार बनाया है। वेंकैया नायडू का जन्म 1 जुलाई 1949 को आंध्र प्रदेश के चावटपलेम में हुआ था। उनका पूरा नाम मुप्पवरपु वेंकैया नायडू है। नायडू अपने कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय थे। उन्होंने 1974 में वे आंध्र विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष पद का चुनाव जीता था।
कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय रहने वाले वेंकैया नायडू कई आंदोलनों का हिस्सा रहे। वे पहली बार तब नजर में आए जब उन्होंने 1972 में जय आंध्र आंदोलन का नेतृत्व किया। वे जयप्रकाश नारायण की विचारधारा से प्रभावित हुए और आपातकाल के दौरान संघर्ष में हिस्सा लिया। इमरजेंसी के बाद वेंकैया नायडू 1977-1980 तक जनता पार्टी की युवा शाखा के अध्यक्ष पद पर रहे।
1988 में आंध्र प्रदेश भाजपा इकाई के अध्यक्ष चुने गये। 2002 में बड़ी जिम्मेदारी मिली वे 2002 से 2004 तक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे। वेंकैया वाजपेयी सरकार में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री थे। वे मोदी सरकार में केंद्रीय शहरी विकास, आवास तथा शहरी गरीबी उन्मूलन और संसदीय कार्य मंत्री थे। नायडू चार बार राज्यसभा सदस्य, जबकि दो बार भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं।