लखनऊ, पूर्वी उत्तर प्रदेश के सात जिलों की 49 सीटों पर राज्य विधानसभा के छठे चरण का चुनाव प्रचार कल शाम थम जायेगा। इस चरण के लिये मतदान आगामी चार मार्च को होगा। पूर्वांचल इलाका प्रदेश के पिछडे इलाकों माना जाता है। इन जिलों की सीमा नेपाल और बिहार राज्य से मिली है।
इस चरण में देवरिया के सांसद कलराज मिश्र, गोरखपुर के सांसद महंत आदित्यनाथ, आजमगढ क्षेत्र से सांसद एवं समाजवादी पार्टी (सपा) संरक्षरक मुलायम सिंह यादव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इसके अलावा मऊ और गाजीपुर से अंसारी बंधुओं का लिटमस टेस्ट होगा। छठे चरण में जेल में बंद मऊ विधानसभा सीट से मुख्तार अंसारी, घोसी सीट से उसका पुत्र अब्बास, उत्तर प्रदेश विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश पाण्डेय, पनेरिया क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर चुनाव मैदान में है। इस छठे चरण में सपा संरक्ष्रक मुलायम सिंह यादव और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तेजतर्रार सांसद योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता कसौटी पर है। श्री यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ और सांसद योगी के प्रभाव वाले गोरखपुर में मतदान के छठे चरण का मतदान चार मार्च को होना है। पार्टी में हाशिये पर पहुंचा दिये जाने के बावजूद मुलायम सिंह यादव का अभी भी पिछडे वर्ग खासतौर से यादवों और मुसलमानों में काफी पैठ मानी जाती है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार चुनाव के तीसरे चरण में श्री यादव के गढ इटावा, औरैया, मैनपुरी और कन्नौज में भी चुनाव था, लेकिन उनके खुलकर प्रचार नहीं करने का खामियाजा सपा को भुगतना पड सकता है। छठे चरण में भी श्री यादव ने चुनाव प्रचार नहीं किया है, लेकिन आजमगढ उनका संसदीय निर्वाचन क्षेत्र होने की वजह से इस क्षेत्र में सपा की हार-जीत को सीधे मुलायम सिंह यादव से जोडकर देखा जा रहा है। इसी तरह, गोरखपुर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में चुनाव योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता से जोडकर देखा जा रहा है। श्री योगी गोरखपुर सीट से पांच बार सांसद हैं। उन्हें हिन्दुत्व का कट्टर समर्थक माना जाता है। गोरखपुर, देवरिया, बलरामपुर, बस्ती, कुशीनगर और महराजगंज में उनका प्रभाव माना जाता है। ऐसे में उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों में भाजपा की हार-जीत का सीधा असर योगी आदित्यनाथ पर पड सकता है। इस चरण में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर दरियागंज सीट से, पूर्व नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्य पडरौना विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में है, जबकि नौतनवा सीट से जेल में बंद अमरमणि त्रिपाठी के पुत्र अमनमणि त्रिपाठी चुनाव मैदान में है। मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिये किसी पार्टी ने कोई कोर कसर नही छोडी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मऊ,महराजगंज और देवरिया में जनसभायें कर चुके है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, बसपा अध्यक्ष मायावती, सपा अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इस चरण में चार-चार जनसभायें कर चुके है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव बिहार राज्य से सटे पूर्वाचल के कई इलाको में चुनाव प्रचार कर चुके है। छठे चरण में 1. 72 करोड मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे जिसमें 77.84 लाख महिला मतदाता शामिल है। इसके लिये 17,292 पोलिंग बूथ बनाये गये है। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में 49 सीटों में से सपा ने 27, बसपा ने नौ, भाजपा ने सात, कांग्रेस ने चार तथा दो सीटों पर अन्य ने जीत दर्ज की थी। जिन सात जिलों में आगामी चार मार्च को मतदान होना है उसमें महराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ, मऊ और बलिया शामिल है। इस चरण में फरेंदा, नौतनवा, सिसवा, महाराजगंज(सु), पनियरा, खड्डा, पडरौना, तमकुहीराज, फाजिलनगर, कुशीनगर, हाटा, रामकोला(सु), कैम्पियरगंज, पिपराइच, गोरखपुर शहरी, गोरखपुर ग्रामीण, सहजनवा, खजनी(सु), चौरीचौरा, बांसगांव(सु), चिल्लूपार, रुद्रपुर, देवरिया, पथरदेवा, रामपुर कारखाना, भाटपाररानी, सलेमपुर(सु), बरहज, अतरौलिया, गोपालपुर, सगडी, मुबारकपुर, आजमगढ, निजामाबाद, फूलपुर पवई,दीदारगंज, लालगंज(सु), मेहनगर(सु), मधुबन, घोसी, मुहम्मदाबाद गोहना(सु), मऊ, बेल्थरारोड (सु), रसडा, सिकन्दरपुर, फेफना, बलिया नगर, बांसडीह और बैरिया के मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।