नयी दिल्ली, ऊर्जा दक्षता ब्यूरो और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने 150 इमारतों को ऊर्जा दक्ष बनाने के लिये करार किया। इससे 26 करोड़ यूनिट बिजली की बचत होगी और परिणामस्वरूप सालाना 100 करोड़ रुपये बचेंगे।
ऊर्जा मंत्रालय ने बयान में कहा, “पहले चरण में करीब 150 इमारतों को स्टार रेटिंग योजना के अंदर रखा जायेगा और सीपीडब्ल्यूडी द्वारा प्रबंधित इन इमारतों में ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा दिया जायेगा। अनुमान है कि इस पहल से पहले चरण में 26 करोड़ यूनिट बिजली की बचत होगी।”
समझौता ज्ञापन के मुताबिक, बीईई और सीपीडब्ल्यूडी, ऊर्जा संरक्षण इमारत सहिंता के अनुरूप नयी इमारतों के निर्माण और डिजाइन को बढ़ावा देने के लिये सहयोग करेंगे। इसके अलावा इसमें बिना पंजीकरण या नवीकरण शुल्क के सीपीडब्ल्यूडी प्रबंधित इमारतों की स्टार रेटिंग, इमारतों में ऊर्जा दक्षता को लेकर जागरूकता फैलाना शामिल है।
इमारतों की स्टार रेटिंग योजना किसी भवन में किलोवाट/वर्ग मीटर/वर्ष में उपयोग होने वाली बिजली के आधार पर तैयार किया जाता है। योजना के तहत इमारतों को 1 से 5 के बीच रेटिंग दी जाती है। 5-स्टार रेटिंग वाली इमारत सबसे ज्यादा बिजली की बचत या ऊर्जा का संरक्षण करती है।