मुंबई, अभिनेत्री से निर्माता बनने की राह पर निकल चुकीं ऋचा चड्ढा का कहना है कि वह ऐसी फिल्में बनाना चाहती थीं, जिसे वह खुद एक दर्शक के रूप में देख सकें। उन्होंने बतौर निर्माता यहां अपनी पहली फिल्म खून आली चिट्ठी की स्क्रीनिंग आयोजित की। स्क्रीनिंग सोमवार को रखी गई थी। इस दौरान ऋचा ने कहा, डिजिटल माध्यम फिल्मकारों को अपनी पसंद की फिल्में बनाने का मौका दे रहा है। लोग मुझसे फिल्म निर्माण में हाथ आजमाने के लिए कहते थे, लेकिन मैंने इस बारे में नहीं सोचा, क्योंकि मैं वास्तव में व्यस्त थी।
मैं हमेशा से ऐसी कहानियों वाली फिल्में बनाना चाहती थीं, जिन्हें मैं एक दर्शक के रूप में देखना पसंद करूं और इस तरह मैं फिल्म निर्माण के क्षेत्र में चली आई। खून आली चिट्ठी एक पंजाबी लघु फिल्म है। यह एक प्रेम कहानी है, जो 1990 के दशक की शुरुआत में पंजाब में मचे उथल-पुथल के माहौल की पृष्ठभूमि पर आधारित है। फिल्म की स्क्रीनिंग में फिल्मकार इम्तियाज अली, अभिनेता अली फजल और अभिनेत्री स्वरा भास्कर जैसी हस्तियां भी शामिल हुई।
डिजिटल माध्यम के लिए लघु फिल्मों में काम कर चुके अली फजल का मानना है कि लघु फिल्में बेहतरीन लेखकों व निर्माताओं के लिए शानदार मंच हैं, जो अच्छा संदेश देती है। अभिनेता ने सितंबर में फिल्म फुकरे-2 के रिलीज होने की पुष्टि भी की। निर्देशक इम्तिायाज अली का कहना है कि लघु फिल्मों में रचनात्मकता दिखाने का मौका मिलता है, अपने पंसदीदा विधा की कहानी दिखाई जा सकती है। अभिनेत्री स्वरा भास्कर का मानना है कि दर्शकों का झुकाव लंबी अवधि की फिल्मों के प्रति कम हो रहा है, इसलिए लघु फिल्में किसी की कहानी को दिखाने का बेहतरीन मंच हैं, यह नया और रोमांचक माध्यम है, जिसे सभी फिल्मकार इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं अभिनेत्री अक्षरा हासन को लगता है कि लघु फिल्में प्रयोग करने और गलतियों से सीखने का बेहतरीन मंच हैं।