ऋषि परंपरा में दिव्यांगता को किसी की कमजोरी नहीं : मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राज्य स्तरीय विश्व दिव्यांग दिवस 2025 कार्यक्रम में कहा कि हमारी ऋषि परंपरा में दिव्यांगता को किसी की कमजोरी नहीं माना गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राज्य स्तरीय विश्व दिव्यांग दिवस 2025 कार्यक्रम में यह बातें कहीं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दिव्यांगजनों के साथ-साथ कुष्ठावस्था पेंशन की राशि को भी 2,500 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये किया गया है। कृत्रिम अंग और सहायक उपकरण के लिए अनुदान राशि 10,000 रुपये से बढ़ाकर 15,000 की गई है।
श्री योगी ने कहा कि मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृतियों में से एक है।दिव्यांगजन किसी से कम नहीं हैं। आपकी हिम्मत, आपकी प्रतिभा और आपकी सफलता ही ‘नए भारत’ की शक्ति है।
उन्होंने कहा कि विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर आज लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सहभाग कर दिव्य कला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया एवं दिव्यांग बच्चों को पाठ्य सामग्री व मेधावी छात्र-छात्राओं को टैबलेट एवं प्रमाण-पत्र का वितरण किया।
उन्होंने कहा है कि दिव्यांगता का शिकार होने पर एक बच्चा यदि परिवार में उपेक्षित कर दिया जाता है तो ऐसा बच्चा परिवार और समाज का संबल न मिलने के कारण जिंदगी भर उपेक्षित और कुंठित दिखता है। जबकि यदि हम उन्हें संबल दे दें तो अच्छे परिणाम आ सकते हैं।
इस अवसर पर दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण हेतु उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों एवं संस्थाओं के साथ ही सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग कार्मिकों को राज्य पुरस्कार से सम्मानित भी किया।





