भोपाल, मध्यप्रदेश में शीतलहर से कुछ दिन राहत मिलने के बाद एक बार फिर अगले चौबीस घंटों के दौरान एक दर्जन से अधिक स्थानों पर शीतलहर चलने के आसार हैं।
भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि अगले चौबीस घंटों के दौरान राज्य के चंबंल संभाग में आने वाले जिलों के अलावा उमरिया, रतलाम, राजगढ़, रीवा, सतना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, ग्वालियर और दतिया जिले में कहीं-कहीं शीतलहर चल सकती है।
वैज्ञानिकों ने अनुमान व्यक्त किया है कि प्रदेश के चंबंल संभाग के जिलों के साथ ही छतरपुर, ग्वालियर और दतिया जिले में कहीं-कहीं पाला पड़ सकता है। मौसम में विशेष परिवर्तन के आसार नहीं है। राज्य में मौसम शुष्क बना रहेगा।
वहीं जनवरी के दूसरे सप्ताह में शीतलहर से कांपते मध्यप्रदेश के लगभग 20 शहरों में बीते 24 घंटे में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ है। इस अवधि में प्रदेश के 20 शहरों दमोह, जबलपुर, खजुराहो, नौगांव, रीवा, सागर, सतना, सीधी, उमरिया, भोपाल, धार, गुना, ग्वालियर, इंदौर, पचमढ़ी, रायसेन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में 10 डिग्री सेल्सियस से कम पारा दर्ज हुआ। प्रदेश में सबसे ठंडा दो डिग्री सेल्सयिस पारे के साथ नौगांव रहा।
बीते चौबीस घंटों के दौरान छतरपुर में हल्का कोहरा देखा गया। दतिया,धार आैर इंदौर जिले में कोल्ड डे का प्रभाव रहा। तो वहीं राजगढ, रतलाम,रीवा, सागर व ग्वालियर में शीतलहर का प्रभाव रहा। राजगढ़, रीवा, दतिया, छतरपुर, ग्वालियर जिले में पाला पड़ा।
केंद्र के अनुसार कल से एक नया विक्षोभ उभर रहा है, जिससे राजस्थान के ऊपर एक चक्रवाती घेरा बनेगा, ऐसे में आने वाले दिनों में कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी भी हो सकती है।
राजधानी भोपाल में कल रात का पारा सात डिग्री दर्ज हुआ। भोपाल में लगातार दूसरी रात इतनी सर्द दर्ज हुई। सुबह कड़कड़ाती सर्दी के कारण स्कूली बच्चों को खासी परेशानी का सामना उठाना पड़ा। सुबह लगभग आठ बजे तक सड़कों पर ज्यादातर सन्नाटा पसरा रहा। मौसम विभाग ने अभी दो से तीन दिन तक मौसम ऐसा ही रहने की आशंका जताई है।