नई दिल्ली, भारत की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने को प्राथमिकता देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि केंद्र भारत में अधिक निवेश के लिए सुधारों पर काम करेगा। भारत-ब्रिटेन टेक समिट में बोलते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के विपरीत संरक्षणवाद की मांग नहीं रही क्योंकि अर्थव्यवस्था आगे बढ़ी है। इस मौके पर उन्होंने ये भी बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था की सबसे बड़ी ताकत ये रही है कि वो अभी भी किसी बड़ी अर्थव्यवस्था की तरह आगे बढ़ रही है। लेकिन हम अभी भी इससे संतुष्ट नहीं हैं। हम इसको और आगे लेकर जाना चाहते हैं। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि पिछले सात दशकों बाद ऐसा हुआ है कि भारत की आवाज को दुनिया भर में सुना जा रहा है और लोग ध्यान भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी हमें बहुत आगे बढ़ने की जरूरत है और इसके लिए निवेश को बढ़ाने, विनिर्माण क्षेत्र में अधिक विस्तार और तेजी से बुनियादी ढांचे की भरने की जरूरत है। वित्त मंत्री ने कहा कि पहले कई अवसर गंवा दिए गए लेकिन अब ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि यूरोपियन यूनियन को छोड़ने के बाद ब्रिटेन यूरोप के बाहर निवेश करना चाहता है तो ऐसे में भारत ब्रिटेन का अच्छा साथी बनकर सामने आ सकता है।