मुंबई, निजी क्षेत्र का बैंक एचडीएफसी एक बार फिर विदेशी निवेश की सीमा को पार कर गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इससे एक दिन पहले गुरुवार को आरबीआई ने घोषणा की थी कि एचडीएफसी बैंक में विदेशी निवेश निर्धारित सीमा के नीचे चला गया है। आरबीआई ने कहा था कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति के तहत एचडीएफ में विदेशी निवेश निर्धारित सीमा से नीचे चला गया है। इसके प्रतिक्रिया स्वरूप विदेशी निवेशकों ने इसके शेयर खरीदने शुरू कर दिए, जिससे अधिकतम सीमा पार कर गई।
आरबीआई ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड में अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसिप्ट्स (एडीआर)/ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसिप्ट्स (जीडीआर)/फॉरेन इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एफपीआई)/फॉरेन डाइरेक्ट इन्वेस्टमेंट (एफडीआई)/नॉन-रेसिडेंट्सइंडियंस (एनआरआई)/र्पसस ऑफ इंडियन ऑरिजिन (पीआईओ) द्वारा विदेशी निवेश 74 फीसदी की निर्धारित सीमा पार कर गया है।
सर्वोच्च बैंक ने कहा, इसलिए, भारत में शेयर बाजार के माध्यम से इस कंपनी के और शेयरों की खरीदारी को मंजूरी नहीं दी जाएगी। आरबीआई भारतीय कंपनियों में एफआईआई/एनआरआई/पीआईओ द्वारा निवेश की निर्धारित सीमा पर रोजाना आधार पर निगरानी रखता है। आरबीआई द्वारा एचडीएफसी बैंक के शेयर खरीदने पर लगी पाबंदी को हटाने के बाद शेयर की कीमतों में शुरुआत में तेजी देखी गई, लेकिन दिन में बाद में इसमें गिरावट देखी गई।