नयी दिल्ली, राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) ने सोमवार को पूरे उत्साह से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया। इस उपलक्ष्य में श्री संजय धोत्रे , केन्द्रीय राज्य शिक्षा मंत्री, ने एनआईओएस के ‘योग विज्ञान में डिप्लोमा पाठ्यक्रम’ का शुभारंभ तथा पाठ्यक्रम की स्व-अध्ययन सामग्री का लोकार्पण किया। अपने अभिभाषण में उन्होंने एनआईओएस को इस प्रकार के महत्वपूर्ण व्यावसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिए शुभकामनाएं दीं।
योग का महत्व विशेष रूप से कोविड-19 के दौरान काफी बढ़ा है और इसके परिणामस्वरूप रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। इस प्रकार के पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करके शिक्षार्थी रोजगार प्रदाता के रूप में तैयार होते हैं, न कि रोजगार खोजने वाले के रूप में। श्री धोत्रे ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रयास को अत्यंत सराहनीय बताया। एनआईओएस की अध्यक्ष प्रो.सरोज शर्मा ने अपने संबोधन में अवगत कराया कि इस दो वर्षीय डिप्लोमा कार्यक्रम में पहले वर्ष के दौरान पांच विषय होंगे जिनमें योग शिक्षण-प्रशिक्षण सिखाया जाएगा और द्वितीय वर्ष में योग चिकित्सा से जुड़े पांच विषय पढ़ाए जाएंगे।
प्रो. शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में सिंगापुर और न्यूजीलैंड के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार भी आयोजित किया गया। इस अवसर पर महामहिम मुक्तेश परदेशी, न्यूजीलैंड में भारत के उच्चायुक्त मुख्य अतिथि थे। इस कार्यक्रम में 40 से अधिक देशों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम सजीव प्रसारण एनआईओएस यू-ट्यूब चैनल पर किया गया था।