रायबरेली, उत्तर प्रदेश के ऊंचाहार स्थित नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन एनटीपीसी में अनूठी पहल करते हुए आसपास के साठ ग्रामीण बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया गया है।
एनटीपीसी की प्रवक्ता कोमल शर्मा ने आज शनिवार को बताया कि एनटीपीसी ऊंचाहार की ओर से आसपास के 60 ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने और, जॉब लेटर पाकर युवाओं के चेहरे खिल उठे।
एनटीपीसी ऊंचाहार ने नैगम सामाजिक दायित्व के अंतर्गत सीपेट (सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ़ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, लखनऊ) के सौजन्य से संपूर्ण हुए कौशल विकास प्रशिक्षण के बाद समापन समारोह के अवसर पर परियोजना के आसपास की 15 ग्राम सभाओं के 60 युवाओं को जॉब लेटर देकर उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान किए। कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षुओं को कोर्स कम्पलीशन सर्टिफिकेट भी दिए गए।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) रवि प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि नैगम सामाजिक दायित्व के तहत प्रशिक्षण पाए हुए ये युवा केवल अपने माता-पिता व गांव ही नहीं बल्कि एनटीपीसी का नाम भी रोशन करेंगे। हमें प्रसन्नता है कि हमने इन युवाओं को जो अवसर दिया था, उसका इन्होंने भरपूर लाभ लेते हुए प्रशिक्षण पूरा किया और प्रशिक्षण के समापन पर एक अच्छी नौकरी अपने हुनर के बल पर प्राप्त की।
मानव संसाधन विभागाध्यक्ष रूमा दे शर्मा ने प्रशिक्षण के समापन अवसर पर कहा कि इन ग्रामीण युवाओं ने कौशल सीखकर स्वयं को आत्मनिर्भर बनाने की ओर एक मजबूत कदम आगे बढ़ाया है। आज केवल यह 60 बच्चे रोजगार नहीं पा रहे हैं बल्कि 60 परिवार रोजगार के इन अवसरों को पाकर अपने जीवनस्तर को सुधारने की ओर अग्रसर हैं। हमें प्रसन्नता है कि हमने एनटीपीसी ऊंचाहार के नैगम सामाजिक दायित्व के तहत इन युवाओं को अवसर दिए और उन अवसरों का भरपूर लाभ लेते हुए आज यह बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं।
इस अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त कर जब हासिल करने वाली ऊंचाहार देहात गांव की युवा काजल विश्वकर्मा ने बताया “ मैं यह प्रशिक्षण पाकर बहुत खुश हूं। एनटीपीसी ने मुझे रोजगार का यह अवसर प्रदान कर मुझमें जीवन में सफलता हासिल करने का आत्मविश्वास पैदा किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि एनटीपीसी के माध्यम से मिले इस अवसर का लाभ मुझे जीवन भर रोजगार दिलाने में मददगार साबित होगा।”
गौरतलब है कि एनटीपीसी ऊंचाहार की ओर से आसपास की 15 ग्राम सभाओं के 60 युवाओं को अप्रैल 2024 में 6 महीने के आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु सीपेट लखनऊ भेजा गया था।