नयी दिल्ली, एनटीपीसी लिमिटेड ने मंगलवार को देश की पहली हरित हाइड्रोजन मिश्रण परियोजना की शुरुआत गुजरात में एनटीपीसी कवास के पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) नेटवर्क में की है।
एनटीपीसी के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि हरित हाइड्रोजन मिश्रण परियोजना एनटीपीसी और गुजरात गैस लिमिटेड (जीजीएल) का संयुक्त प्रयास है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत 30 जुलाई को इस परियोजना की आधारशिला रखी थी। एनटीपीसी और जीजीएल ने इसके बाद रिकॉर्ड समय में इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को प्राप्त करने की दिशा में लगातार काम किया है तथा अब आदित्यनगर, सूरत में कवास टाउनशिप के घरों को एच2-एनजी (प्राकृतिक गैस) की आपूर्ति करने के लिए तैयार है।
एनटीपीसी कवास में हरित हाइड्रोजन मिश्रण परियोजना यहां पहले से स्थापित एक मेगावाट फ्लोटिंग सौर परियोजना से बिजली का उपयोग करके पानी के इलेक्ट्रोलिसिस द्वारा बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि नियामक निकाय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) ने पीएनजी के साथ ग्रीन हाइड्रोजन के 05 प्रतिशत वॉल्यूम मिश्रण के लिए मंजूरी दे दी है और मिश्रण स्तर को चरण के अनुसार 20 प्रतिशत तक पहुंचाया जाएगा। प्राकृतिक गैस के साथ मिलाए जाने पर ग्रीन हाइड्रोजन शुद्ध हीटिंग सामग्री को समान रखते हुए कार्बन उत्सर्जन को कम करता है।
यह उपलब्धि अब तक ब्रिटेन, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया जैसे कुछ गिने-चुने देशों ने.हासिल की थी। यह पहल भारत को वैश्विक हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था के केंद्र में लाएगा। इससे भारत न केवल अपने हाइड्रोकार्बन आयात खर्च को कम करेगा बल्कि विश्व में हरित हाइड्रोजन और हरित रसायन निर्यात कर विदेशी मुद्रा भी अर्जित करेगा।