एमएसएमई की जीडीपी हिस्सेदारी 50 फीसदी करेंगे-नितिन गडकरी

नयी दिल्ली, सरकार ने कहा है कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों में देश के आर्थिक विकास और लोगों को रोजगार देने की अपार संभावनाएं हैं इसलिए इस क्षेत्र को बढावा देने की महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम चल रहा है और इनके क्रियान्वन होने से अगले पांच साल में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में एमएसएमई की हिस्सेदारी 50 फीसदी तक पहुंच जाएगी।

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के जवाब में यह दावा किया। सदस्यों के यह कहने पर कि इस लक्ष्य को कैसे हासिल किया जा सकता है, उन्होंने कहा कि लक्ष्य कठिन जरूर है लेकिन इसे हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उन्होंने सड़कों के निर्माण में भी इसी तरह का लक्ष्य रखा था और उसे हासिल किया है इसलिए सदस्य भरोसा रखें कि इस लक्ष्य को भी हासिल किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि चीन, जापान तथा कोरिया जैसे कई देशों ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों(एमएसएमई) के माध्यम से औद्योगिक प्रगति की है। भारत में इस तरह के उद्योग परंपरागत हैं और उनका आधुनिकीकरण कर देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजूबत किया जा सकता है।

सदस्यों ने इस संबंध में मंत्री से कई सवाल करने चाहिए तो अध्यक्ष ओम बिरला ने संसदीय कार्य मंत्री से आग्रह किया कि इस क्षेत्र में लक्ष्य बहुत बड़ा है और इससे देश की करोड़ों आबादी को लाभ होने वाला है इसलिए इस मुद्दे पर सदन में आधे घंटे की विशेष चर्चा कराई जा सकती है। अध्यक्ष के इस आग्रह का सदस्यों ने मेजे थपथपाकर स्वागत किया।

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