एयरटेल पेमेंट्स ने वित्तीय समावेशन में महिलाओं की भागीदारी का मनाया जश्न

लखनऊ,  एयरटेल पेमेंट्स बैंक ने महिला दिवस के अवसर पर भारत में बैंकिंग की उपलब्धता बढ़ाने और सभी लोगों को बैंकिंग के दायरे में लाने में महिलाओं की अहम भूमिका का जश्न मनाया।

भारतीय रिजर्व बैंक में वित्तीय समावेशन एवं विकास विभाग की महाप्रबंधक सोनाली दास और सहायक श्रमायुक्त निक्की झा की मौजूदगी में शनिवार को यहां एक विशेष कार्यक्रम में प्रदेश की बेहतरीन महिला बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट्स को सम्मानित किया गया।

एयरटेल पेमेंट्स बैंक की वाइस प्रेसीडेंट मार्केटिंग शिल्पी कपूर ने बताया कि बैंक यह सुनिश्चित करता है कि उनका देशभर में वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाने में अहम सहयोग रहे। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर, एयरटेल पेमेंट्स बैंक महिलाओं की इसी अहम भूमिका का जश्न मना रहा है, जो वित्तीय सेवाओं को बढ़ाने में मदद कर रही हैं। खासतौर पर महिला बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट्स जिन्होंने बैंकिंग और वंचित समुदायों के बीच की दूरी को कम करने में अहम योगदान दिया है।

उन्होने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, एयरटेल पेमेंट्स बैंक ने अपने पांच लाख से ज्यादा बैंकिंग पॉइंट्स के साथ देश के सबसे दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाई हैं। इन बैंकिंग पॉइंट्स को बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट्स द्वारा संचालित किया जाता है, जिन्हें बैंकिंग सेवाएं देने के लिए प्रशिक्षित कर अधिकार दिया जाता है।

उत्तर प्रदेश में बैंक एक लाख 27 हजार से भी ज़्यादा बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट्स के साथ काम कर रहा है, जिनमें से लगभग 21 हजार 500 से भी ज्यादा महिलाएं हैं। इनमें से 80 फीसदी से ज़्यादा महिला बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट्स ऐसे क्षेत्रों में काम कर रही हैं, जहां बैंकिंग सुविधाएं बहुत कम या ना के बराबर हैं।

कपूर ने कहा “ हम मानते हैं कि वित्तीय समावेशन सिर्फ बैंकिंग सेवाओं को लोगों तक पहुंचना नहीं है, बल्कि यह लोगों के जीवन में बेहतरीन बदलाव लाने का एक बहुत बड़ा जरिया है। हमारी महिला बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट्स इस बदलाव की अगुवाई कर रही हैं, जो जरूरतमंद समुदायों तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने और जमीनी स्तर पर भरोसा बनाने का काम कर रही हैं। इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एक लाख से अधिक महिला बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट्स के साथ, हमें उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाने और उनकी कहानियों को सामने लाने पर बहुत गर्व है। हमारी कोशिश हमेशा यही रहेगी कि हम उनकी सफलता को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचाएं और ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं को वित्तीय सशक्तिकरण की इस मुहिम से जुड़ने के लिए प्रेरित करें।”

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