लखनऊ, उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 604 किलो गांजा बरामद किया, जिसकी कीमत करीब एक करोड़ 20 लाख रुपये आंकी गई है।
एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिली कि अन्तर्राज्यीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सदस्य ट्रक में बिहार से ट्रक में गांजा लेकर चंदौली की ओर आ रहे हैं। इस सूचना पर कल देर रात वाराणसी एसटीएफ की फील्ड इकाई नाकोटिक्स कट्रोल ब्यरो (एनसीबी) के अधिकारियों को साथ लेकर चन्दौली कोतवाली इलाके में सब्जी मण्डी समिति के पास से पहुंच गये। कुछ देर बाद बताये गये नम्बर का ट्रक वहां रात करीब साढ़े 11 बजे पहुंचा और उसे रुकवाकर तलाश ली गई तो अदरक के बीच छुपाकर रखा गया छह कुन्तल चार किलो गांजा बरामद किया। मौके से बक्सर बिहार निवासी लालबाबू यादव और रमाकान्त यादव को गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी तस्करों ने पूछताछ पर बताया कि बरामद ट्रक बक्सर बिहार निवासी रून्नू सिंह का है और इस ट्रक में गाॅंजा छिपाकर तस्करी का काम किया जाता है। ट्रक को अमित सिंह एवं रून्नू सिंह के कहने पर हम ये लोग गाॅंजा लेने के लिये सलूर घाटी आन्ध्र प्रदेश गये थे। वहां ट्रक में अदरक लोड कर इसके उसके बीच में गांजा छिपा दिया गया तथा अदरक की बिल्टी वाराणसी के लिये बनवायी गयी, ताकि चेकिंग के दौरान किसी को कोई शंका न होने पाये। वाराणसी पहुंचने पर अमित सिंह और रून्नू सिंह बताते कि गांजा कहाॅं और किसे देना है। इनके बताने पर हम लोग गांजा संबंधित को दे देते।
प्रवक्ता ने बताया कि इन लोगों को गांजे की प्रति चक्कर सप्लाई के लिये किराये के अतिरिक्त 50 हजार रूपये मिलता था, जिसके लालच में आकर ये लोग गाॅंजा लेकर सप्लाई के लिये जा रहे थे। इस सिलसिले में लखनऊ नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो की टीम ने मामला दर्ज कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया।