भदोही, उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में गंगा के 34 तटवर्ती गांवों में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। मंगलवार को गंगा सप्तमी के अवसर पर आओ चलें गंगा पुकारे, स्वच्छता का संकल्प लें गंगा किनारे, जैसे संकल्पों के साथ गंगा स्वच्छता संकल्प दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर नामित नोडल अधिकारियों, ग्राम पंचायत अधिकारियों और ग्राम प्रधानों की मौजूदगी में इसका आगाज हुआ।
लेकिन यह अपनी मंजिल को पहुँचा नहीँ दिखा और उदासीनता की भेंट चढ़ता नजर आया। हालांकि सम्बन्धित अफसरों ने इस बात से इनकार किया है। गंगा भारत की जीवन रेखा है। इसे स्वच्छ रखना हम सभी का परम् कर्तव्य है। गंगा को पुनः निर्मल बनाने हेतु क्षेत्रीय विकास खण्ड डीघ के कुल 34 गंगा तटवर्ती गांवों में स्वच्छता संकल्प कार्यक्रम आयोजित हुआ।
हमारी पड़ताल में कार्यक्रम और कार्यक्रम के प्रति लोगों में उत्साह का मिला-जुला असर दिखा। गर्मी और धूप को देखते हुए शासन ने कार्यक्रम का समय सुबह 8 बजे निर्धारित किया था। चार-छह गांवों को छोड़ दिया जाए तो लगभग सारे गांवों में सचिव या नोडल अधिकारी नदारद दिखे या देर से पहुंचें। कई गांवों में ग्रामीणों से बातचीत में पता चला कि लोगों को कार्यक्रम की सूचना से अवगत ही नही कराया गया था।
कार्यक्रम आनन-फानन में आयोजित होने या सूचना के अभाव से ज्यादा ग्रामवासी एकत्र नही हो सके। कार्यक्रम क्षेत्र के फुलवरिया, गोपालापुर कलिजरा, सेमराध, बारीपुर, नारेपार, इब्राहिमपुर, बेरवां, गोपालपुर, नगरदह, इटहरा, खेमापुर, कुड़ीकला, कुड़ीखुर्द, कलिक मवैया,, बेरासपुर, केदारपुर, दुगुना, छेछुआ, अरता, धनतुलसी आदि गांवों में आयोजित हुआ।
बेरवां में कार्यक्रम आयोजित हुआ परंतु तहसीलदार ज्ञानपुर को वहां का नोडल बनाया गया था वे नही पहुंचे। डीघ गांव के प्रधान से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि उन्हें न कार्यक्रम की सूचना है और ना ही उनके गांव में कोई कार्यक्रम आयोजित हुआ। गोपालापुर गांव में भाजपा जिलाध्यक्ष हौसिला प्रसाद की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित हुआ।
कार्यक्रम के आरम्भ में जनजागरूकता रैली निकाली गई तत्पश्चात चौपाल लगाकर उपस्थित ग्रामीणों को गंगा को स्वच्छ और निर्मल रखने हेतु शपथ दिलाया गया। इस दौरान लोगों ने श्रमदान कर गंदे स्थानों की साफ सफाई भी की।
कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु अलग अलग गांवों में क्रमशः प्रधान देवी प्रसाद यादव, रविशंकर पाण्डेय, बब्बन तिवारी, सर्वजीत यादव, मिश्रीलाल, रुद्रपति दुबे, दिनेश यादव, वकील दुबे, मनोज कुमार, अजीत सिंह, रामबली सिंह, रामजी राव, एडीओ पंचायत रविकांत ओझा, रामायण यादव, बीसी सर्वजीत यादव, बीसी सूर्यप्रकाश सहित कई स्वच्छता नायक और गायत्री परिवार के लोग लगे रहे।