पुणे, वातावरण में मौजूद विषाणु अनेक जानलेवा बीमारियोेें के कारक हैं आैर कोई भी दवा इनके खिलाफ कारगर नहीं है लेकिन शरीर की बेहतर प्रतिरोधक क्षमता इनसे बचाव में अहम भूमिका अदा करती है।
पुणे के प्रख्यात विषाणु विज्ञानी दीपक गडकरी ने मराठी विज्ञान परिषदए मुक्तगान विज्ञान एक्सप्लोरेटरी सेंटर और महाराष्ट्र नालेज कारपोरेशन लिमिटेड की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि विषाणु अनेक बीमारियों के कारक होते हैं जिनमे रैबीजए रोटाएडेंगू और अन्य बीमरियां है । एक ही विषाणु अपनी आनुवांशिक संरचना में बदलाव कर नई प्रकार की किस्म;स्ट्रैनद्ध तैयार कर लेता है और मौका मिलते ही मनुष्यों को अपना शिकार बना देता है।
उन्होंने बताया कि विषाणुओं के खिलाफ कोई भी दवा कारगर नहीं है और इनसे बचने का बेहतर उपाय यही है कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता काफी अच्छी हो अर्थात एक स्वस्थ व्यक्ति किसी भी विषाणु जनित बीमारी का प्राकृतिक रूप से मुकाबला कर सकता है।