चेन्नई, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मंगलवार को राज्यपाल आर.एन. रवि से मुलाकात के दौरान पूछा कि राज्य में ऑनलाइन जुए पर प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक को अपनी सहमति देने के लिए, उन्हें और कितनी मौतों का इंतजार है।
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने राज्य में ऑनलाइन जुएँ पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून को मंज़ूरी देने में देरी के लिए राज्यपाल और केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया।
उन्होंने राज्य में आए दिन होने वाली आत्महत्याओं घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि एक माँ ने पिछले हफ्ते चेन्नई में अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली, जब उसे पता चला कि उसके पुत्र ने ऑनलाइन रमी में पैसा खोने के बाद कार्यालय का पैसा चुरा लिया है। उन्होंने बताया कि ये सभी आत्महत्याए पिछले एक सप्ताह में हुई हैं।
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा, “क्या तमिलनाडु के राज्यपाल को इसकी जानकारी नहीं है? कानून को अपनी सहमति देने के लिए उन्हें और कितने लोगों की जान गंवाने की जरूरत है?”
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल राज्य विधानसभा का अपमान कर रहे हैं, जिसने विधेयक को सर्वसम्मति से पारित किया था।
उन्होंने कहा, ” यह रहस्य बना हुआ है कि राज्यपाल ने राज्य मंत्रिमंडल द्वारा घोषित अध्यादेश को अपनी सहमति दी थी, राज्य विधानसभा में पारित उसी कानून के लिए तीन महीने से अधिक समय तक अपनी सहमति नहीं दे रहे हैं।”
मुख्य़मंत्री ने कहा कि इस तरह के ऑनलाइन गेम के माध्यम से जीते गए धन पर कर लगाने का बजटीय प्रस्ताव क्रूर है। उन्होंने कहा कि मदुरै में प्रस्तावित एम्स के लिए धन का आवंटन नहीं करना दिखाता है कि बजट में तमिलनाडु की उपेक्षा की गई।
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि उनमें से 85 प्रतिशत पूरे किए गए और आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी द्वारा किए गए सभी शेष वादे एक साल में पूरे किए जाएंगे।