चेन्नई, डिजिटल होती दुनिया में साइबर हमले के खतरे भी दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। वहीं एक अध्ययन से पता चला है कि ऑनलाइन सुरक्षा के उल्लंघन मामले में भारत चौथे स्थान पर है। जबकि पहले पर अमेरिका, दूसरे पर चीन और तीसरे स्थान पर ब्राजील है। सिमेंटेक की ओर से किए गए अध्ययन में इसका खुलासा हुआ है।
इसकी रिपोर्ट के मुताबिक, ऑनलाइन सुरक्षा उल्लंघन के मामले में पिछले आठ सालों के दौरान 700 करोड़ से भी ज्यादा ऑनलाइन अकाउंट्स की जानकारियां चोरी हुई हैं। पिछले साल इसमें खास तौर से वृद्धि हुई है। 2015 में यह आंकड़ा 56.3 करोड़ था, जबकि 2016 में यह आंकड़ा बढ़कर दोगुना हो गया। 110 करोड़ से ज्यादा ऑनलाइन अकाउंट्स की जानकारियां चोरी हुईं। हालांकि चीन ऑनलाइन सुरक्षा उल्लंघनों को कम करने में कामयाब रहा है।
2015 में हैकिंग के मामले 24 फीसदी थे, जो 2016 में घटकर सिर्फ 10 फीसदी रह गए। वहीं भारत में हैकिंग के मामले एक साल में 1.7 फीसदी बढ़ गए। भारत में 2015 में हैकिंग के मामले 3.4 फीसदी थे, जो 2016 में बढ़कर 5.1 फीसदी हो गए। सिमेंटेक के मुताबिक, 131 ई-मेल में से एक मेल में अनचाहे लिंक्स और अटैचमेंट्स शामिल होते हैं, जो कि पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा है। 2016 में याहू में हुए डेटा चोरी ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी थी। कंपनी ने बीते साल बताया था कि 2014 में उसके 50 करोड़ यूजर अकाउंट्स कॉम्प्रोमाइज्ड हुए थे। वहीं कुछ ही महीनों बाद कंपनी ने एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने रखा कि 100 करोड़ से भी ज्यादा यूजर अकाउंट्स कॉम्प्रोमाइज्ड हुए थे। यह डेटा उल्लंघन का अब तक का सबसे बड़ा मामला था।