लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना ने उत्तर प्रदेश को नयी पहचान दिलायी है और आज यह प्रदेश दो लाख करोड़ रुपये का ओडीओपी निर्यात कर रहा है।
अवध शिल्पग्राम से सातवें उत्तर प्रदेश दिवस का शुभारम्भ करते हुये उन्होने कहा “ वर्ष 2018 में आज ही के दिन हमारी सरकार ने एक जिला एक उत्पाद योजना का शुभारंभ किया था, जो आज उत्तर प्रदेश को एक नई पहचान दिला रहा है। इस कार्यक्रम को शुरु करने का परिणाम है कि पहले की सरकारों में यूपी का निर्यात जहां 86 हजार करोड़ रुपए का था, वहीं आज उत्तर प्रदेश 2 लाख करोड़ रुपए का ओडीओपी निर्यात कर रहा है।”
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 96 लाख एमएसएमई यूनिट क्रियाशील हैं, जिन्होंने कोरोना कालखंड में दूसरे प्रदेश से वापस आए उत्तर प्रदेश के 40 लाख लोगों को रोजगार दिया। हमारी सरकार प्रदेश की एमएसएमई यूनिट को किसी दुर्घटना या आपदा पर पांच लाख रुपए का सुरक्षा बीमा कवर उपलब्ध करा रही है।
मुख्यमंत्री योगी ने उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान 2023-24 का वितरण और ओडीओपी उत्पादों की ई-मार्केटिंग के लिए ‘ओडीओपी मार्ट पोर्टल’ की लॉन्चिंग भी की। उन्होंने कहा कि नोएडा में पिछले वर्ष आयोजित हुए इंटरनेशनल ट्रेड शो के माध्यम से दुनिया ने उत्तर प्रदेश के पोटेंशियल को देखा। उस ट्रेड शो में 500 से अधिक विदेशी बायर्स आए थे। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के तीसरे स्थापना दिवस पर हमारी सरकार ने अप्रेंटिसशिप की नई स्कीम लागू की थी, जिससे लाखों युवा जुड़ रहे हैं।
उन्होने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, वेतन देने के लाले थे। पूरे प्रदेश में अव्यवस्था का तांडव था। प्रदेश के सामने पहचान का संकट था। यहां का युवा अपनी पहचान छुपाने के लिए मजबूर होता था। उन्होंने कहा कि 2017 के बाद जब डबल इंजन की सरकार ने काम करना प्रारंभ किया तो प्रदेश में सुरक्षा का एक बेहतर वातावरण बना। आज परिणाम हमारे सामने है। आज उत्तर प्रदेश के नौजवानों, उद्यमियों और व्यापारियों को देश के अंदर अपनी पहचान छुपाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है बल्कि गर्व से खुद को उत्तर प्रदेश का बताते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों में उत्तर प्रदेश ने अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया है। इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी के मामले में भी प्रदेश की स्थिति बेहतर हुई है।