नई दिल्ली, कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में ओबीसी को मिल रहे 27 फीसद आरक्षण में अति पिछड़ा वर्ग के लिए अलग कोटे का वादा करेगी।
कांग्रेस मुख्यालय में इस मुद्दे पर शनिवार को बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव गुलाम नबी आजाद, राज बब्बर, राजाराम पाल के साथ पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के 100 नेता भी मौजूद थे। यह बैठक यूपी चुनाव की समीक्षा को लेकर हुई थी। इसमें कांग्रेस द्वारा आयोजित किसान रैली और खाट सभा की समीक्षा हुई। साथ ही, यूपी चुनाव के समीकरणों और चुनाव को लेकर होने वाले फेर-बदल पर भी चर्चा हुई।
बैठक के बाद महासचिव गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बड़े समय से उप्र के पिछड़ा वर्ग और विशेष रूप से अति पिछड़ा वर्ग समुदाय के लोगों ने यूपी यात्रा के दौरान राहुल गांधी से भेंट कर इस बाबत मांग की थी। उन्होंने बताया कि शनिवार को राजाराम पाल के नेतृत्व में एक मंत्रिमंडल राहुल गांधी से मिला। इन लोगों ने कहा कि यूपी में ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण मिलता है उसमें एकाध ग्रुप या सब कास्ट को ही फायदा पहुंचता है और बाकि बचे लोग खासकर अति पिछड़ा वर्ग के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता। उनकी मांग थी कि उनमे अति पिछड़ा वर्ग के लिए 27ः में कोटा होना चाहिए। गुलाम नबी आजाद ने बताया कि राहुल गांधी का मानना था कि 4-5 लोगों की बातों पर निर्णय ना लें बल्कि इसपर व्यापक चर्चा के बाद ही फैसला हो। इसी सिलसिले में शनिवार को यह बैठक हुई। उन्होंने बताया कि कांग्रेस की सरकार ने कर्नाटक, हरियाणा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कुछ दूसरी राज्य सरकारों ने भी आरक्षण के अंतर्गत आरक्षण के कानून पास किए हैं। इस समय 10 राज्यों में पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण के अंतर्गत आरक्षण है।