लखनऊ, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष एवं योगी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर से संबधित एक वीडियो के वायरल होने से सनसनी फैल गयी हालांकि शुक्रवार देर शाम पार्टी ने सफाई दी कि श्री राजभर को बदनाम करने के इरादे से वायरल किया गया वीडियो फर्जी है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर करीब सात सेकेंड के वायरल वीडियो में सुभासपा अध्यक्ष ठेकेदारों से कमीशन लेने के आरोप संबंधी सवाल पर भड़क जाते है और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुये ठेकेदारों को चुनौती देते दिखायी देते हैं।
इस बारे में सुभासपा के मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर ने दावा किया कि यह वीडियो फ़र्ज़ी है। उन्होने कहा कि विरोधी श्री ओम प्रकाश राजभर को बदनाम करने की बार बार कोशिश कर रहे हैं। वीडियो में श्री राजभर गाज़ीपुर के भ्रष्ट ठेकेदारों पर मानक के विपरीत सड़क पर कार्यवाही करने की बात कह रहे है और उन्होने ठेकेदारों पर अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया है।
उन्होने कहा “ यह वीडियो आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के ‘डीप फ़ेक’ का नतीजा है। ये सिर्फ़ और सिर्फ़ श्री राजभर को बदनाम करने की नीयत से बनाई और वायरल की गई फ़र्ज़ी वीडियो है।
ओम प्रकाश राजभर ने दावा किया कि आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस तकनीक से डीप फ़ेक का इस्तेमाल कर श्री ओपी राजभर की आवाज़ में वो बात वीडियो में दिखाई गई है, जो उन्होंने कही ही नहीं।