नयी दिल्ली, देश आज 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, जिसका मुख्य समारोह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित लाल किले पर आयोजित किया गया, कई मायनों में हर साल की तुलना में इस बार का आयोजन अलग था।
इस बार लाल किले पर अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली। दिल्ली पुलिस तथा अर्ध सैनिक बलों के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात थे।
स्वतंत्रता दिवस समारोह पर वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का असर साफ तौर पर देखने को मिला।
हर साल की तुलना में इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले में दर्शकों की संख्या काफी कम थी और इस बार स्कूली बच्चों को समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था। यानी इस बार के स्वतंत्रता दिवस समारोह में स्कूली बच्चे शामिल नहीं हुए।
स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया तथा प्रत्येक कुर्सियों के पास कोरोना किट जैसे मास्क, सेनिटाइजर, तैलियां, जूट का बैग तथा पानी की बोतलें रखी हुयी थीं।
इस बार के स्वतंत्रता दिवस समारोह का मुख्य आकर्षण पुष्प वर्षा रही क्योंकि पहली बार स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में वायुसेना के हेलिकॉप्टरों ने आसमान से फूल बरसाए।
इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पारंपरिक लिबास सफेद रंग का कुर्ता, चूड़ीदार पायजामा और नेवी ब्लू जॉकेट पहन रखी थी, लेकिन श्री मोदी की जिस पोशाक ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था, वह थी उनकी पगड़ी। श्री मोदी ने इस बार लंबी भगवा पगड़ी पहनी थी।
प्रधानमंत्री उनके लिए गार्ड ऑफ ऑनर में आर्मी, नेवी, एयरफोर्स और दिल्ली पुलिस के दस्ते शामिल रहे। हर दस्ते में 20 जवान और एक अफसर शामिल था।
सलामी गारद का नेतृत्व कमांडर पीयूष गौर ने किया। वहीं नौसेना की टुकड़ी काे लेफ्टिनेंट कमांडर सुने फोगाट, आर्मी की टुकड़ी को मेजर विकास सांगवान, एयरफोर्ट की टुकड़ी को स्क्वाड्रन लीडर ए बेरवाल ने लीड किया, जबकि दिल्ली पुलिस की टुकड़ी को एडिशनल डीसीपी (पश्चिम जिला ) सुबोध कुमार गोस्वामी ने लीड किया।
सालामी गारद का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी लाल किले की प्राचीर पर पहुंचे, जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव अजय कुमार ने उनका स्वागत किया। इन लोगों के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, आर्मी चीफ जनरल एम.एम. नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया भी इस मौके पर मौजूद थे।
स्वतंत्रता दिवस समारोह में इस बार टोक्यो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था।
लाल किले पर आयोजित समारोह में जेवलिन थ्रो के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा समेत कुल 32 ओलिंपियन्स शामिल हुए। इनके साथ, 240 ओलिंपियन और भारतीय खेल प्राधिकरण के अधिकारी भी लाल किले पर मौजूद रहे।
लाल किला के प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री हर साल दर्शकों के बीच जाते थे और उनका अभिवादन स्वीकार करते थे। इस दौरान वह स्कूली बच्चों से बात करते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।
लाल किले के प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री गाड़ी में सवार होकर अपने आवास के लिए निकल गए।
इस बार मीडियाकर्मियों ने भी कोरोना वायरस के मद्देनजर लोगों के बीच जाकर सवाल-जवाब नहीं किया।