जौनपुर, उत्तर प्रदेश में इत्र के लिये मशहूर कन्नौज की खुशबू का दायरा अब व्यापक होकर प्रदेश के पूर्वी छोर पर स्थित जौनपुर तक पहुंच गया है।
राज्य सरकार के ग्रामीण आजीविका मिशन की बदौलत अब देश दुनिया में जौनपुर के इत्र की महक भी पहुंचने लगी है। इसके अन्तर्गत जौनपुर के करंजाकला विकास खण्ड के काफरपुर गांव में समूह की महिलाओं ने बहु प्रतीक्षित आजीविका कार्य के रूप में ‘इत्र उत्पादन’ गत मंगलवार से शुरु कर दिया। जिले के मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ला द्वारा इसका शुभारंभ करते ही इत्र उत्पादन के लिये प्रचलित एवं प्राचीन पद्धति ‘डेग भपका विधि’ के छोटे संयंत्र से इत्र बनना प्रारंभ हो गया।
इस प्लांट से बन रही अर्क सामग्री की पूरी प्रक्रिया का अवलोकन करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने समूह की महिलाओं व कन्नौज से आये हुए कारीगरों से जानकारी ली। शुक्ला ने इस ऐतिहासिक प्राचीन कार्य को पुर्नस्थापित किये जाने पर संतोष व खुशी व्यक्त की।
इस डेग भपका यूनिट से इत्र के अतिरिक्त गुलाब जल, विभिन्न जड़ी बूटियों के अर्क व साफ-सफाई में प्रयुक्त होने वाले नीम, नींबू आदि के कीटाणुनाशक पदार्थ भी बनाये जायेगें। इससे निकले अवशेष सामग्री से अगरबत्ती, धूपबत्ती, हवन सामग्री, फेशपैक आदि बनाया जायेगा।
उद्घाटन समारोह में उपायुक्त स्वरोजगार ओपी यादव, जिला मिशन प्रबन्धक शोभी गौर और ग्राम विकास अधिकारी नागेन्द्र यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।