नई दिल्ली, जेएनयू विश्वविद्यालय छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार ने जेल से जेएनयू परिसर लौटने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ निशाना साधा और कहा कि वे देश के भीतर स्वतंत्रता चाहते हैं ना कि भारत से। कन्हैया की वापसी के बाद जेएनयू कैंपस में ‘जय भीम’ और ‘लाल सलाम’ के नारे लगे। कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के तीन सप्ताह के बाद कैंपस में कन्हैया की जमानत मिलने का जश्न मनाया गया।
फैसले सुनाते हुये हाई कोर्ट की जज प्रतिभा रानी ने कहा कि एक तरह का इन्फेक्शन स्टूडेंट्स में फैल रहा है। इसे बीमारी बनने से पहले रोकना होगा। अगर एंटी-बायोटिक से इन्फेक्शन कंट्रोल हो तो दूसरे स्टेप का इलाज शुरू किया जाता है। कई बार ऑपरेशन की भी जरूरत पड़ती है। उम्मीद है कि ज्यूडिशियल कस्टडी में कन्हैया ने सोचा होगा कि आखिर ऐसी घटना हुई क्यों। ऐसी स्थित में मैं पारंपरिक तरीका अपनाते हुए इंटरिम बेल दे रही हूं।
जेएनयू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने जेएनयू को बचाने की लड़ाई लड़ने वाले लोगों का धन्यवाद किया। इस दौरान कन्हैया ने जमानत मिलने के बाद जेएनयू में अपना पहला भाषण दिया। अपने पहले भाषण मे कन्हैया ने कहा कि मै इस बार पढ़ा कम, झेला ज्यादा। कन्हैया कुमार के मुताबिक वह मीडिया ट्रायल का शिकार हुआ है। कन्हैया कुमार ने कहा किमैं अपनी कहानी खुद लिखूंगा। इसकी शुरुआत मैंने जेल में ही कर दी है। मैंने कभी भी भारत के खिलाफ कुछ नहीं बोला। मुझे भरोसा है कि सच कायम रहेगा। सही बातें धीरे-धीरे सामने आ रही हैं। मैं लंबी लड़ाई के लिए तैयार हूं।’
कन्हैया ने पीएम से भारी वैचारिक मतभेद की बात कही और पीएम के ट्वीट पर तंज कसते हुए कहा कि ‘हम भी कहते हैं सत्यमेव जयते’। ‘वो मन की बात करते हैं, पर सुनते नहीं हैं।’ हालांकि कोर्ट के मामले में कन्हैया ने कुछ भी कहने से मना कर दिया। उन्होंने बोला की देश के संविधान पर भरोसा है। लेकिन कन्हैया ने देश की सरकार को जनविरोधी बताया और कहा कि देश में जो हो रहा है वह खतरनाक प्रवृति है। साथ ही कन्हैया ने कहाकि ‘हम भारत से नहीं लड़ रहे। हम भारत में आजादी मांग रहे हैं।’
जेएनयू के बारे में बोलते हुए कन्हैया ने कहा कि यहां चपरासी और राष्ट्रपति के बेटे एक साथ पढ़ सकते हैं। लेकिन सरकार शिक्षा को भी बेचना चाहती है।
कन्हैया ने कहा कि जेएनयू पर किया गया हमला नियोजित था। साथ ही चेतावनी भी दी कि इस संघर्ष को तुम दबा नहीं पाओगे। तुम जितना दबाओगे, हम उतना खड़ा होंगे।
जेएनयू में स्पीच के बाद सोशल मीडिया पर भी रिएक्शन दिखा। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कन्हैया के भाषण को शानदार बताया।
कन्हैया को बुधवार को हाईकोर्ट ने छह महीने की सशर्त इंटरिम बेल दी थी। कन्हैया को 12 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने अरेस्ट किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कन्हैया को चुपचाप जेएनयू पहुंचाया गया। पुलिस की तीन कार ने उसे एस्कॉर्ट किया।
कन्हैया की रिहाई के बाद उसके गांव में जश्न का माहौल है। उसकी मां ने कहा कि मैं उसकी मां हूं और मुझे अपनी परवरिश पर पूरा भरोसा है। मैं पहले से ही कहती रही हूं कि वह देश द्रोही नहीं है। उसे सभी आरोपों से बरी किया जाना चाहिए।’