अहमदाबाद, कबड्डी विश्व कप-2016 के पहले सेमीफाइनल मैच में एशियाई खेलों के उपविजेता ईरान का सामना दक्षिण कोरिया से होगा। दोनों टीमें इस बड़े मुकाबले के लिए कमर कस चुकी हैं। ईरान और कोरिया यह मानकर चल रहे हैं कि 22 अक्टूबर को द एरेना बाय ट्रांसस्टेडिया में होने वाले फाइनल मैच में उनका सामना मेजबान भारत से होगा। जिसे दूसरे सेमीफाइनल में थाईलैंड का सामना करना है। थाई टीम ने जापान को हराकर ग्रुप-बी में पहला स्थान हासिल किया। ईरान को इस ग्रुप में दूसरा स्थान मिला। ग्रुप-ए में कोरिया ने टॉप किया जबकि भारत को दूसरा स्थान मिला। कोरियाई टीम ने भारत को हराने के बाद अपने सभी मैच जीते और बड़ी शान के साथ सबसे पहले सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
कोरियाई कप्तान डोंग जू होंग को यकीन है कि उनके साथी ईरान को हराकर फाइनल तक का रास्ता तय करेंगे। कप्तान ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम इस मुकाबले के लिए तैयार हैं और हमारा आत्मविश्वास अभी सातवें आसमान पर है। हमने विश्व कप जीतने का लक्ष्य बनाया है। कोरियाई टीम काफी हद तक अपने स्टार रेडर जांग कुन ली पर आश्रित रहेगी। ली की बदौलत कोरिया ने अपने पहले ही मैच में भारत को हराकर सबको चौंका दिया था। इसके अलावा कोरियाई टीम चियोल गू शिन पर भी भरोसा करेगी जो अभी कोरिया के लिए सबसे अधिक 29 रेड अंक जुटा चुके हैं। जहां तक ईरान की बात है तो उसके पास एक से एक दिग्गज खिलाड़ी हैं। ईरानी टीम अपने अंतिम ग्रुप मैच में पोलैंड के हाथों हार गई। इस हार के पीछे कप्तान मिराज शेख ने कई अहम खिलाड़ियों के चोटिल होने को कारण बताया। आज ईरान के सभी खिलाड़ी फिट हो चुके हैं और यह टीम अपने अगले पड़ाव के लिए पूरी तरह तैयार है।
मिराज ने संवाददाताओं से कहा, हमारी तैयारी अच्छी है। हम बीते मैच में हार गए थे क्योंकि हमारे कई खिलाड़ी चोटिल थे लेकिन वे सभी अब फिट हो चुके हैं और अब हम फाइनल में भारत के साथ भिड़ने की उम्मीद कर रहे हैं। फजल अतराचाली को छोड़कर इस विश्व कप में किसी खिलाड़ी ने अब तक अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं किया है। फजल ने अब तक 17 टैकल अंक जुटाए हैं। ईरान और थाईलैंड के ग्रुप में 20-20 अंक हैं लेकिन कुल अंकों के मामले में ईरान की टीम थाईलैंड से पीछे है और इसी कारण वह अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर रही। ईरान को अच्छी तरह पता है कि कोरियाई टीम अजेय रहते हुए यहां तक पहुंची है और इस सफर में उसने भारत जैसी बेहद संगठित टीम को हराया है। ऐसे में वह कोरिया को कमतर आंकने की भूल कभी नहीं करना चाहेगी और इसी कारण वह कुछ अलग रणनीति के साथ मैट पर उतरेगी। ईरान के साथ अच्छी बात यह भी है कि स्थानीय लोगों का उसे भरपूर प्यार मिला है और कबड्डी को चाहने वाले भी यह चाहते हैं कि ईरान की टीम थाईलैंड को पटखनी दे ताकि उन्हें 22 अक्टूबर को भारत तथा ईरान के बीच कबड्डी विश्व कप का ड्रीम फाइनल देखने को मिले। इसी कारण कोरिया और ईरान के बीच होने वाले इस मैच के दौरान दर्शक ईरान के साथ होंगे, इसमें कोई शक नहीं।