टेक्नोलॉजी के विस्तार ने भले ही आपकी जिंदगी को आसान बना दिया हो लेकिन दिनभर कंप्यूटर पर बैठे रहने की आदत ने आपको सिरदर्द तोहफे में दिया है। आप ऑफिस में घंटों कंप्यूटर पर बैठकर अपना काम तो निपटा लेते हैं, लेकिन वापिस घर पर थकान के साथ−साथ सिरदर्द भी लेकर आते हैं। ऐेसे में आपके स्वभाव में न सिर्फ चिड़चिड़ापन आता है, बल्कि काम में भी मन नहीं लगता। अगर आप भी सिरदर्द से परेशान हैं तो इसे दूर करने के लिए दवाइयों का नहीं, बल्कि योग का सहारा लीजिए। दरअसल, योग एक प्राचीन तकनीक है जो श्वसन तकनीकों व मुद्राओं के संयोजन से शरीर के अनेकों कष्टों को आसानी से दूर कर देती है। तो आईए जानते हैं सिरदर्द से मुक्ति दिलाने वाले कारगर आसनों के बारे में−
कटिचक्रासन: सबसे पहले दोनों पैरों में लगभग एक फीट की दूरी रखकर सावधान की मुद्रा में खड़े हो जाएं। अब दोनों हाथों को कंधों के समानान्तर फैलाते हुए हथेलियां भूमि की ओर रखें। फिर बायां हाथ सामने से घुमाते हुए दाएं कंधे पर रखें। फिर दायां हाथ मोड़कर पीठ के पीछे ले जाकर कमर पर रखिए। अब गर्दन को दाएं कंधे की ओर घुमाते हुए पीछे ले जाएं। कुछ देर इसी अवस्था में रहें।
अब गर्दन को सामने लाते हुए क्रमशः हाथों को समानान्तर रखते हुए इसी क्रिया को दोनों तरफ से कीजिए।
उत्तपादासन: सबसे पहले जमीन पर एकदम सीधा लेट जाएं। आपके दोनों हाथ आपके शरीर से सटे होने चाहिए। एक से दो मिनट तक इसी प्रकार शांत मुद्रा में लेटे रहें। अब गहरी सांस लेकर दोनों पैरों को सीधा ऊपर की ओर उठाएं। लेकिन पैर उठाते समय सिर जमीन से नहीं उठाना है। पैरों को 90 डिग्री के कोण पर छत की ओर ले जाएं। कुछ क्षण रूकने के पश्चात् धीरे−धीरे सांस छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में आ जाएं।
वज्रासन: दोनों पैरों को सामने की तरफ फैलाकर बैठ जाएं। अब दोनों पैर के घुटने को कुछ इस प्रकार मोड़कर बैठें कि आपके पैरों के पंजे पीछे और उपर की ओर हो जाएं। तथा नितम्ब दोनों एड़ियों के बीच आ जाएं। ध्यान रहे कि दोनों पैर के अंगूठे एक−दूसरे के मिले हुए हों। अब आंखें बंद करते हुए शरीर केा ढीला छोड़ें। आपके हाथ घुटनों पर रखे होने चाहिएं। इस अवस्था में गहरी सांस लें व छोड़ें। इससे आपको काफी आराम मिलेगा व माइग्रेन की समस्या भी दूर होगी।
मकरासन: पेट के बल लेटकर अपनी ठोड़ी को भूमि पर टिकाएं। आपके दोनों हाथ कमर से सटे हुए और हथेलियां ऊपर की ओर होनी चाहिएं। साथ ही दोनों पैर भी एक−दूसरे से सटे हुए हों। अब दोनों हाथों को इस प्रकार ऊपर उठाते हैं कि उसकी कैंची जैसा आकार बन जाए। इस स्थिति में अपने सिर को हाथों के बीच रखें।
ताडासन: सर्वप्रथम दोनों पैरों को आपस में मिलाकर सीधे खड़े हो जाएं और दोनों हथेलियों को अपने बगल में रखें। अब दोनों हथेलियों की उंगलियों को मिलाकर सिर के उपर ले जाएं। ध्यान रहें कि आपकी हथेलिया सीधी व शरीर स्थिर हो। अब गहरी सांस भरते हुए हाथों को उपर की ओर खींचिए व पैरों की एड़ी को भी ऊपर उठाएं। आप पैरों की उंगलियों पर शरीर का संतुलन बनाए रखें। इस स्थिति में आपको कंधों व छाती में खिंचाव महसूस होगा। कुछ देर इस स्थिति में रहने के बाद सांस छोड़ते हुए हाथों को वापिस सिर के ऊपर ले जाएं।