गोरखपुर, करेंसी संकट कम होने का नाम नहीं ले रही है। नोटबंदी के 40 दिनों बाद भी स्थिति सामान्य नहीं है। सुबह से शाम तक लाइन में लगने के बाद भी एटीएम और बैंक शाखाओं से जरूरत के पैसे नहीं मिल रहे। ग्रामीण क्षेत्रों के बैंकों का हाल सबसे बुरा है। अधिकतर बैंकों में पैसा नहीं पहुंच रहा है। पिछले दो दिन लोगों पर भारी पड़े हैं। पैसा न होने से ज्यादातर बैंक ड्राई हो चुके हैं। अब कानून व्यवस्था का संकट गहरा रहा है। जगह-जगह नोंकझोंक और सड़क जाम कर प्रदर्शन किया जा रहा है।
गोरखपुर में 29 बैंक की करीब 368 शाखाएं हैं, इनसे गोरखपुर जिले के लोगों की बैंकिंग जरूरतों को पूरा किया जाता है। लेकिन नोटबंदी के बाद इन यहां की स्थितियां खराब हो चली हैं। बैंकों में करेंसी आते ही खत्म हो जाती हैं और कतारें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। बैंक सूत्रों की मानें तो 39 दिनों में करीब 700 करोड़ बांटा जा चुका है। अकेले गोरखपुर जिले में करीब 400 करोड़ रुपये बंट चुके हैं लेकिन अब भी कम से कम इतनी ही करेंसी की दरकार है स्थितियों को सामान्य करने में लेकिन इतनी करेंसी आने में 20 दिन से कम समय नहीं लगनी है।
वजह यह कि आरबीआई उपलब्धता के अनुसार थोड़े-थोड़े पैसे दे रहा है। अभी पिछले शुक्रवार को 80 करोड़ मिले थे.. चूंकि, बैंक कई दिन बंद रहे इस वजह से यह करेंसी कुछ दिन तक चल गई। लेकिन यह बांटी जा चुकी है और कई दिनों से आरबीआई ने नोट भेजे ही नहीं। हालात यह कि एटीएम के तो शटर कई दिनों से नहीं उठे, अब बैंक भी खाली हो चुके हैं। दो दिनों से बैंक शाखाओं में जो पैसे थे उससे काम चलाया जा रहा था लेकिन वह भी खत्म हो गए हैं।