कर्पूरी ठाकुर के जन्मदिन पर, अखिलेश यादव ने सामाजिक न्याय को लेकर किया बड़ा एलान
January 24, 2018
लखनऊ, समाजवादी आंदोलन के वरिष्ठ नेता, जननायक के नाम से लोकप्रिय बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सामाजिक न्याय को लेकर बड़ा एलान किया है। आज समाजवादी पार्टी मुख्यालय में समाजवादी आंदोलन के वरिष्ठ नेता, जननायक के नाम से लोकप्रिय बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर जी की जयंती मनायी गयी। इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण किया।
कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये अखिलेश यादव ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर, डाॅ राम मनोहर लोहिया व जय प्रकाश नारायण के साथ समाजवादी आंदोलन में जातिवादी और सांप्रदायिक राजनीति के विरूद्ध संघर्षरत रहे। उन्होने कहा कि समाजवादी पार्टी उनके दिखाये रास्ते पर चलते हुए सामाजिक न्याय और समाजवादी व्यवस्था के लिये लगातार काम करते हुए सबको सम्मान दिलाने की लड़ाई लड़ रही हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सामाजिक न्याय को लेकर समाजवादियों का आहवाहन किया।पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के जन्मदिन पर समाजवादियों को सामाजिक न्याय, आबादी की हिस्सेदारी के साथ समाज के कमजोर वर्ग को मुख्यधारा में लाने का संकल्प लेना चाहिए। अखिलेश यादव जातियों को उनकी आबादी के अनुपात मे हिस्सेदारी और आरक्षण देने पर हमेशा से जोर देतें रहें हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों और नौजवानों के मुद्दों से जनता का ध्यान हटाना चाहती है। जातिवाद का जह़र भाजपा ने फैलाया। जातिवादी राजनीति करने में भाजपा को महारथ हासिल है। भाजपा सरकार ने समाजवादी पेंशन छीनने, पोषण मिशन की समाप्ति करके महिलाओं का अपमान किया है। स्कूलों में बच्चों के लिये स्वेटर इसलिये नहीं बंटे क्योंकि भाजपा का कहना है कि जनता को कुछ भी मुफ्त नहीं मिलेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने योगी सरकार पर बड़ा हमला करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार सिर्फ उद्घाटन का उद्घाटन कर रही है। अवध शिल्प ग्राम का उद्घाटन समाजवादी सरकार में हो चुका है बावजूद इसके भाजपा फिर से इसका उद्घाटन का उपक्रम कर रही है। भाजपा सरकार विकास कार्यों की जांच के नाम पर बदनाम करने की साजिश कर रही है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य सरकार के पास लाज-शर्म नहीं बची है। उत्तर प्रदेश में सड़कों का काम रोक दिया गया हैं, स्वास्थ्य सेवायें ठप्प कर दी गयी हैं। छात्रों-नौजवानों के लिये सरकार रोजगार देने की दिशा में कोई काम नहीं कर रही है। किसानों की हालत बदहाली के कगार पर है। आलू किसान बर्बाद हो गये हैं। धान और गन्ना के किसान तबाह है। अमीर-गरीब के बीच बढ़ती सामाजिक-आर्थिक विषमता को दूर करने में केन्द्र और राज्य सरकार की कोई रूचि नहीं है। केन्द्र सरकार ने जीएसटी, नोटबंदी और एफडीआई के द्वारा स्वदेशी आंदोलन को कमजोर किया है। केन्द्र सरकार को जाति के आधार पर जनगणना घोषित करनी चाहिये और उसे आधार से जोड़ना चाहिए। जब सबका विकास होगा तभी सबका साथ हो पायेगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि दावोस में प्रधानमंत्री जी प्रदूषण कम करने की बात कर रहे हैं लेकिन भारत में प्रदूषण दूर करने का कोई उपाय नहीं कर रहे हैं। समाजवादी सरकार ने ही पर्यावरण बचाने के लिये सबसे अधिक वृक्षारोपण कर रिकार्ड बनाया हैं। भाजपा सरकार साइकिल की विरोधी हैं जबकि पर्यावरण के लिये साईकिल जरूरी है।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी, पूर्व मंत्री शंखलाल मांझी, एसआरएस यादव, आलोक तिवारी, सुनील यादव साजन, शशांक यादव एमएलसी, विनोद सविता, संजय विद्यार्थी, प्रदीप शर्मा, सिद्धार्थ मिश्रा, अनूप बारी, विवेक सिंह, अब्दुल कलाम सहित बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही।