कर्मचारियों की कमी की वजह से स्मारकों का संरक्षण कार्य नहीं होगा प्रभावित
August 8, 2016
नई दिल्ली,सरकार ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एएसआई में कर्मचारियों की कमी को स्वीकार करते हुए कहा कि श्रमशक्ति की कमी के चलते ऐतिहासिक महत्व के स्मारकों का संरक्षण कार्य प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने लोकसभा में कलिकेश नारायण सिंहदेव के प्रश्न के उत्तर में स्वीकार किया कि एएसआई में स्वीकृत पदों की संख्या की तुलना में कर्मचारियों की कमी है। उन्होंने अपने जवाब में जानकारी दी कि एएसआई के लिए स्वीकृत पदों की संख्या 8,424 है जिसमें 5,501 पद भरे गये हैं। मंत्री के अनुसार उनके मंत्रालय के अधीन एएसआई समेत समस्त 45 संस्थानों के लिए 15,607 स्वीकृत पदों में 10,284 पद भरे गये हैं। इन सभी संस्थानों में यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाये जाते हैं कि कर्मियों के अभाव में संस्थानों का कामकाज प्रभावित नहीं हो। उन्होंने यह भी कहा, पर्याप्त श्रमशक्ति के अभाव में राष्ट्रीय महत्व के किसी स्मारक की अनदेखी नहीं की गयी है।
उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति, त्यागपत्र और लोगों की मृत्यु आदि कारणों से खाली होने वाले पदों की आवधिक समीक्षा की जाती है और समय समय पर भर्ती एजेंसियों के साथ रिक्तियों को भरने के लिए उचित कार्रवाई की जाती है। शर्मा ने बताया कि विभागीय प्रोन्नति समिति के साथ समय-समय पर बैठकें करके और भर्ती एजेंसियों के साथ लगातार विषय को उठाकर मंत्रालय के अधीन विभिन्न संस्थानों में खाली पदों को भरने के लिए कदम उठाये जाते हैं। उन्होंने कहा कि संरक्षण कार्य प्रभावित नहीं होने देने के लिए संविदा कर्मियों की भर्ती की जाती है और इस बाबत 2015-16 में 1720 संविदा कर्मचारियों की भर्ती की गई।