नई दिल्ली, चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर में अनंतनाग लोकसभा सीट पर 25 मई को होने जा रहे उपचुनाव के दौरान तैनाती के लिए केंद्र से अर्धसैनिक बल के 74,000 जवान मांगे हैं, जो एक अभूतपूर्व संख्या है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग ने गृह मंत्रालय को इस बात से अवगत कराया है कि अर्धसैनिक बल की 740 कंपनियां 12 मई तक उसके अधिकार में दी जाएं।
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एक कंपनी में करीब 100 अर्धसैनिक कर्मी होते हैं। उपचुनाव के लिए इतनी तादाद में जवानों की मांग अभूतपूर्व है क्योंकि हाल ही में उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के लिए 70,000 जवान मांगे गए थे। सिर्फ उप्र में ही 403 विधानसभा क्षेत्र और 80 लोकसभा सीटें हैं। इससे पहले चुनाव आयोग ने श्रीनगर और अनंतनाग लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए अर्धसैनिक बल के 30,000 कर्मी मांगे थे।
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श्रीनगर में नौ अप्रैल को भीषण हिंसा के बीच मतदान हुआ था जबकि अनंतनाग में 12 अप्रैल को होने वाला मतदान 25 मई के लिए टाल दिया गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सामान्य हालात में करीब 10 कंपनियां (1,000 जवान) एक संसदीय क्षेत्र में मतदान के दौरान तैनात की जाती हैं।
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बरहाहल, गृह मंत्रालय द्वारा चुनाव आयोग को यह कहे जाने की संभावना है कि इतने कम समय में इतनी बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मियों की व्यवस्था करना मुश्किल होगा। फिलहाल, यह करीब 150 कंपनियां मुहैया करने की ही स्थिति में है। वहीं, जम्मू कश्मीर में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल पीडीपी ने वहां अशांत स्थिति के मद्देनजर चुनाव आयोग से अनंतनाग उपचुनाव को अनिश्चितकाल तक टालने का अनुरोध किया है।