श्रीनगर, केन्द्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में श्रीनगर संसदीय क्षेत्र में सोमवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सोमवार को मतदान शुरू हो गया।
यहां 17.4 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर 24 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे।
केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार द्वारा पांच अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा (अनुच्छेद 370) समाप्त कर दिए जाने और पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में अपग्रेड कर दिए जाने के बाद से यह कश्मीर में पहला बड़ा चुनाव है।
श्रीनगर संसदीय क्षेत्र में मतदाता सुबह-सुबह मतदान केंद्रों की ओर जाते देखे गए। ये मतदाता पांच जिलों मध्य कश्मीर में श्रीनगर, बडगाम, गंदेरबल और दक्षिणी कश्मीर में पुलवामा और शोपियां में फैले हुए है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पूरे निर्वाचन क्षेत्र में 2,135 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ और शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है और किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। पुलवामा के विभिन्न मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ देखी गई।
उन्होंने कहा कि अलगाववादियों के गढ़ रहे पुलवामा के संबूरा गांव में शांतिपूर्ण माहौल के बीच मतदान चल रहा है। संबूरा हायर सेकेंडरी स्कूल में स्थित चार मतदान केंद्रों पर कुल 3400 से अधिक मतदाताओं में से कम से कम 71 मतदाताओं ने पहले घंटे में मतदान किया। आने वाले घंटों में मतदान प्रतिशत बढ़ने वाला है।
श्रीनगर संसदीय सीट पर मुख्य मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के प्रभावशाली शिया नेता रूहुल्लाह मेहदी, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के युवा नेता वहीद पारा और अपनी पार्टी के मोहम्मद अशरफ मीर के बीच है। दशकों में पहली बार कश्मीर की तीन सीटों पर भाजपा की अनुपस्थिति की आलोचना हुई है।
उन्होंने बताया कि श्रीनगर लोकसभा सीट पर मतदान प्रतिशत पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ने की संभावना है। वर्ष 2019 में श्रीनगर में लोकसभा चुनाव में 14.43 प्रतिशत मतदान हुआ।
चौथे चरण के लिए कुल 17,47,810 मतदाता नामांकित हैं, जिनमें 8,75,938 पुरुष और 8,71,808 महिला मतदाता और 64 तीसरे लिंग के मतदाता शामिल हैं।