श्रीनगर, अलगाववादियों के बंद के आह्वान के कारण कश्मीर घाटी में बृहस्पतिवार को जनजीवन प्रभावित हुआ। यह बंद मंगलवार को अनंतनाग जिले में हुर्रियत के एक कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर की गीष्मकालीन राजधानी में अधिकतर दुकानें, पेट्रोल पंप और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक परिवहन सड़कों पर नजर नहीं आए लेकिन शहर के कुछ इलाकों में निजी कार, कैब और ऑटो-रिक्शा चलते दिखे। अधिकारियों ने बताया कि सामान्य जनजीवन प्रभावित होने की ऐसी ही खबरें घाटी के अन्य जिला मुख्यालयों से भी आई हैं।
अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूख और मोहम्मद यासिन मलिन ने ज्वॉइंट रेजिस्टेन्स लीडरशिप (जेआरएल) के बैनर तले लोगों से, दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले के अचबल इलाके में हफीजुल्ला मीर की हत्या के विरोध में बंद का आह्वान किया था।
गिलानी की अगुवाई वाली तहरीक-ए-हुर्रियत के जिला अध्यक्ष मीर की अज्ञात बंदूकधारियों ने उनके आवास पर मंगलवार को गोली मार कर हत्या कर दी थी।
श्रीनगर, अलगाववादियों के बंद के आह्वान के कारण कश्मीर घाटी में बृहस्पतिवार को जनजीवन प्रभावित हुआ। यह बंद मंगलवार को अनंतनाग जिले में हुर्रियत के एक कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर की गीष्मकालीन राजधानी में अधिकतर दुकानें, पेट्रोल पंप और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक परिवहन सड़कों पर नजर नहीं आए लेकिन शहर के कुछ इलाकों में निजी कार, कैब और ऑटो-रिक्शा चलते दिखे। अधिकारियों ने बताया कि सामान्य जनजीवन प्रभावित होने की ऐसी ही खबरें घाटी के अन्य जिला मुख्यालयों से भी आई हैं।
अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूख और मोहम्मद यासिन मलिन ने ज्वॉइंट रेजिस्टेन्स लीडरशिप (जेआरएल) के बैनर तले लोगों से, दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले के अचबल इलाके में हफीजुल्ला मीर की हत्या के विरोध में बंद का आह्वान किया था।
गिलानी की अगुवाई वाली तहरीक-ए-हुर्रियत के जिला अध्यक्ष मीर की अज्ञात बंदूकधारियों ने उनके आवास पर मंगलवार को गोली मार कर हत्या कर दी थी।