श्रीनगर, नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में आगामी लोकसभा उप्चुनाव मिलकर लड़ने का निर्णय किया है ताकि सत्तारूढ़ पीडीपी-भाजपा गठबंधन के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ी जा सके।
राज्य के मुख्य विपक्षी दलों ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला श्रीनगर से चुनाव लड़ेंगे जबकि जेकेपीसीसी प्रमुख गुलाम अहमद मीर अनंतनाग से उप्रचुनाव लड़ेंगे। नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा, पिछले कुछ दिनों से दोनों दलों-नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने साथ मिलकर काम किया और इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि अगर हम वर्तमान सरकार के उम्मीदवारों को श्रीनगर और अनंतनाग संसदीय क्षेत्रों में हराना चाहते हैं तो हमें साथ मिलकर चुनाव लड़ना होगा। उन्होंने कहा, इसलिए हमने निर्णय किया है कि श्रीनगर संसदीय क्षेत्र से नेशनल कांफ्रेंस का उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा और अनंतनाग से कांग्रेस का उम्मीदवार होगा। उनके साथ जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर और नेकां तथा कांग्रेस के अन्य नेता मौजूद थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, हम साथ मिलकर टक्कर देने का प्रयास करेंगे। दक्षिण कश्मीर के हमारे सभी साथी मीर की सफलता के लिए काम करेंगे। इसी तरह मीर ने आश्वासन दिया है कि कांग्रेस और इसके मित्र फारूक अब्दुल्ला को बड़े अंतर से जिताने का प्रयास करेंगे। सत्तारूढ़ पीडीपी ने पार्टी के दिवंगत संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद के बेटे मुफ्ती तसादुक हुसैन को अनंतनाग सीट से टिकट दिया है। इस सीट को हुसैन की बहन और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने खाली किया है। पार्टी ने घोषणा की कि नाजिर अहमद खान श्रीनगर लोकसभा सीट से उप्रचुनाव लड़ेंगे जो हाल में कांग्रेस छोड़कर पीडीपी में शामिल हुए थे। श्रीनगर संसदीय सीट पर नौ अप्रैल को चुनाव होगा वहीं अनंतनाग सीट पर 12 अप्रैल को चुनाव होना है। पीडीपी नेता तारिक हामिद कारा ने पिछले वर्ष सितम्बर में कश्मीरी प्रदर्शनकारियों पर कथित अत्याचार के विरोध में इस्तीफा दे दिया था जिससे यह सीट खाली हुई है।