नई दिल्ली, कांग्रेस को पोलिटिकल पाखंड का पासवर्ड करार देते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि उत्तरप्रदेश में खाट सभा कांग्रेस की बची-खुची खटिया खड़ी करने के लिए काफी है और समाजवादी पार्टी के कुनबे की कलह की आड़ में अखिलेश सरकार नाकारापन, भ्रष्टाचार और कुशासन के कलंक को नहीं छिपा सकती तथा उसे 5 वर्षों का हिसाब देना होगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मायावती की बसपा के 5 वर्षों के शासन को लोग पहले देख परख चुके हैं, जिनके पास उत्तरप्रदेश के विकास एवं सुशासन का कोई ब्लूप्रिंट नहीं है। ऐसे में राज्य में भाजपा सबसे मजबूत विकल्प है। नकवी ने कहा कि कांग्रेस की खाट पहले ही खड़ी हो चुकी है और उस खड़ी खाट पर खाट सभा कांग्रेस की बची-खुची खटिया खड़ी करने के लिए काफी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, कांग्रेस आज की तारीख में पोलिटिकल पाखंड का पासवर्ड बन गई है। इसका नतीजा यह है कि अब कांग्रेस से जनता दूर रहना ही पसंद करती है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को खुद आत्मचिंतन करना चाहिए कि उनकी कौन सी ऐसी नकारात्मक नीतियां हैं जो उसे जनता से दूर कर रही है। कांग्रेस एक राजनीतिक दल है और देश के राजनीतिक परिदृश्य में सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी मानी जाती है जिसने पांच दशकों से अधिक समय तक देश पर राज किया तथा लगभग सभी राज्यों में उसकी सरकार रही इसके बावजूद आज उसका सिमटता, सिकुड़ता जनाधार उसके राजनीतिक अस्तित्व पर सवालिया निशान खड़ा करता है। नकवी ने कहा कि जहां तक उत्तरप्रदेश का सवाल है, कांग्रेस कभी समाजवादी पार्टी और कभी बसपा के साथ जुड़ी और केंद्र में कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के दौरान भी सपा, बसपा सहयोगी पार्टी रही। कांग्रेस उत्तरप्रदेश में एक पिछलग्गू पार्टी बन कर रही गई है। उन्होंने कहा कि इस खटिया सभा, खटिया कार्यक्रम से कांग्रेस की बची-खुची खटिया भी खड़ी हो जायेगी और उसे कोई लाभ नहीं होने वाला है।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जहां तक समाजवादी पार्टी के कुनबे का कलह है, उत्तरप्रदेश की जनता इन पांच दिनों के कुनबे की कलह में कोई रूचि नहीं रखती है बल्कि पांच सालों के कुनबे के कुशासन का हिसाब मांग रही है। मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस तरह से आपसी तू तू मैं मैं और आपसी सिर फुटौव्वल के नाटकीय घटनाक्रम से समाजवादी पार्टी की सरकार पिछले पांच वषरे में उत्तरप्रदेश के लोगों पर हुए अत्याचार, सरकार के नाकारापन, भ्रष्टाचार और कुशासन के कलंक को नहीं छिपा सकती है। इसलिए उन्हें उत्तरप्रदेश की जनता को सूद-ब्याज के साथ हिसाब किताब देना होगा। उन्होंने कहा, उत्तरप्रदेश में भाजपा सबसे मजबूत विकल्प है। मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 5 वर्षों के शासन को लोग पहले देख परख चुके हैं।। बसपा, मायावती के पास उत्तरप्रदेश के विकास एवं सुशासन का कोई ब्लूप्रिंट नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा उत्तरप्रदेश में सुशासन के साथ भ्रष्टाचार और अपराध मुक्त विकास और विकास युक्त व्यवस्था लागू करने के ब्लूप्रिंट के साथ चुनाव के मैदान में जायेगी और डंके की चोट पर जनता के बीच जा रही है कि उत्तरप्रदेया में एक वर्ष के अंदर भ्रष्टाचार और अपराध मुक्त व्यवस्था तथा विकास के साथ सुशासन स्थापित करेगी। इसके साथ ही एक ऐसा तंत्र बनायेगी जिसमें गुंडे एवं भ्रष्टाचारी कानून के शिकंजे में होंगे एवं जनता सुरक्षित महसूस करेगी। नकवी ने दावा किया कि आज जिन जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं, वे विकास के मॉडल के रूप में देखे जा रहे हैं। केंद्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ढाई वषरे के शासन के दौरान बेइमानों, विचौलियों और सत्ता के दलालों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है तथा विकास एवं सुशासन का सकारात्मक माहौल पैदा किया गया है। सीमापार से आतंकवाद को बढ़ावा दिये जाने और कश्मीर में अशांति के बारे में पूछे जाने पर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि पिछले ढाई वषरे में कश्मीर में लोग तेजी से प्रगति की धारा में शामिल हुए हैं और उन्होंने लोकसभा एवं फिर विधानसभा चुनाव में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेकर अलगावादी ताकतों के मंसूबों पर पानी फेरने का काम किया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हाल में अशांति की घटनाएं सीमापार से प्रायोजित हैं और उन्हें कश्मीर के लोगों का अमन चैन और तरक्की हजम नहीं हो रही है। इसलिए वे कश्मीर में अमन को बंधक बनाकर कश्मीरियों के विकास का अपहरण करने की कोशिश कर रहे हैं। नकवी ने कहा, हमें पूरा विश्वास है कि ऐसी ताकतों को एक बार फिर कश्मीर के लोग परास्त करेंगे और कश्मीर अमन एवं विकास के रास्ते पर दौड़ेगा। राजद के बाहुबली नेता शहाबुद्दीन को जमानत मिलने से जुड़े घटनाक्रम पर एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों को अपेक्षा थी कि उन्हें अच्छी सरकार मिलेगी, अपराध एवं भ्रष्टाचार से मुक्ति मिलेगी। लेकिन अब लोगों की उम्मीदों पर न केवल पानी फिर गया बल्कि उनकी उम्मीदें अपराध और नाकारापन की बाढ़ में बह गई। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि इसलिए उत्तरप्रदेश में आसन्न विधानसभा चुनाव में यहां की जनता बिहार में हुई गलती को सबक के तौर पर ले।