नई दिल्ली, लोकसभा में आज कांग्रेस, भाजपा और माकपा जैसे राष्ट्रीय राजनीतिक दलों द्वारा निर्वाचन आयोग को अपनी लेखा रिपोर्ट जमा नहीं कराए जाने का आरोप लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस ने इन पार्टियों की आय का खुलासा किए जाने की मांग की। सदन में शून्यकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने यह मामला उठाते हुए कहा कि ऐसोसिएशन आफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अपनी हाल ही में जारी रिपोर्ट में बताया है कि भाजपा, कांग्रेस और माकपा जैसे राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने अपनी आय का खुलासा नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2013-14 में कांग्रेस की आय 598 करोड़ रूपये थी जबकि भाजपा की 673 करोड़ रूपये। कांग्रेस की आय का 83 फीसदी और भाजपा की आय का 73 फीसदी अज्ञात स्रोतों से है। वाम सदस्यों के विरोध के बीच उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 से 2010 के बीच माकपा की आय 417 करोड़ रूपये थी जिसमें से पार्टी ने होटल मालिकों, डेवलपरों और अन्य स्रोतों से धन लिया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने कई साल पहले राजनीतिक दलों की आय में पारदर्शिता बरतने के लिए कुछ दिशा निर्देश जारी किए थे जिन्हें आयोग ने 2014 में फिर से दोहराया था। राय ने कहा कि इन तीनों राजनीतिक दलों ने आयोग के दिशा निर्देशों का पालन नहीं किया और अपनी आय का खुलासा नहीं किया है। उन्होंने एडीआर की रिपोर्ट के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि इन दलों ने करोड़ों रूपये की आय को अज्ञात स्रोतों से दिखाया है। उन्होंने कहा कि माकपा ने 59. 3 फीसदी, कांग्रेस ने 82 फीसदी और भाजपा ने 73 फीसदी आय को अज्ञात स्रोतों से दिखाया है। हालांकि माकपा सदस्यों ने सौगत राय की इन बातों का विरोध किया। सौगत राय ने कहा कि कांग्रेस, भाजपा और माकपा को अपनी आय का खुलासा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब ये दल अपनी आय का खुलासा ही नहीं कर रहे हैं तो फिर निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों का क्या मतलब है।