मुंबई, शिवसेना ने केंद्र में एक के बाद एक आई कांग्रेस सरकारों द्वारा किए गए विकास कार्यों की आज सराहना की और एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। शिवसेना ने कहा कि मोदी नोटबंदी के कारण पैदा हुई अराजकता को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। प्रधानमंत्री मोदी की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ की गई रेनकोट वाली टिप्पणी के बारे में शिवसेना ने कहा कि भ्रष्ट के साथ सत्ता में होना भी भ्रष्टाचार है।
शिवसेना के मुखपत्र सामना में कहा गया कि यदि कांग्रेस सरकारों ने काम न किया होता तो मोदी आज अफ्रीका के किसी पिछड़े देश का राजकाज संभाल रहे होते। शिवसेना ने कहा, मोदी नोटबंदी के कारण पैदा हुई अराजकता को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। उनका निजी प्रचार तंत्र उनकी सरकार की हर गलत नीति को छिपाने की कोशिश करता है और कांग्रेस पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ता है। मोदी को अब इस नकारात्मक धारणा से बाहर निकल आना चाहिए। शिवसेना ने कहा, यदि किसी को लगता भी है कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार में लिप्त रहते हुए शासन किया, तो उन्हें यह जान लेना चाहिए कि कांग्रेस ने देश का कायाकल्प कर दिया, जिसमें स्वतंत्रता के दौरान एक सुई तक नहीं बनती थी। आज वही देश आर्थिक एवं औद्योगिक विकास के अग्रिम स्थान पर खड़ा है। भारत के पिछले शासकों ने ही आज के देश को खड़ा किया है।
मोदी की रेनकोट वाली टिप्पणी का संदर्भ देते हुए सामना में कहा गया कि भ्रष्ट के साथ सत्ता में रहना भी भ्रष्टाचार है। इसलिए यदि कोई रेनकोट पहनकर नहा भी ले तो भी उसका शरीर भीगेगा ही। सत्तारूढ़ दल शिवसेना ने तंज कसते हुए कहा, आज यदि आप आंखें मूंद कर नहीं मानते हैं कि पिछली सरकार सिर्फ भ्रष्टाचार ही कर रही थी, तो आपको राष्ट्रविरोधी करार दे दिया जाएगा और मार डाला जाएगा। इंदिरा गांधी का उल्लेख करते हुए शिवसेना ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को वर्ष 1971 के युद्ध में एक सबक सिखाया, राष्ट्रविरोधियों पर कभी पाखंडी रूख नहीं अपनाया, नोटबंदी करके कभी गरीबों को परेशान नहीं किया। इसीलिए उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी ने दुर्गा की संज्ञा दी थी। शिवसेना ने कहा, उनकी (इंदिरा की) दृढ़ इच्छाशक्ति देश का कवच थी। उन्होंने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया, देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाया, खालिस्तानी आतंकियों को मार गिराया और यह संदेश दिया कि भारत आतंकियों के समक्ष झुकेगा नहीं। उन्होंने देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। राजीव गांधी की सराहना करते हुए शिवसेना ने कहा, उनके पास स्वच्छ तरीके से कामकाज करने की इच्छाशक्ति थी। उन पर बोफोर्स का दाग भले ही लगा लेकिन भारत में कंप्यूटर युग लाने का श्रेय उन्हें ही है। आज प्रौद्योगिकी का विकास सिर्फ इसीलिए हुआ क्योंकि उन्होंने एक मजबूत नींव रखी। संपादकीय में कहा गया, नरसिंह राव और मनमोहन सिंह देश को आर्थिक असंतुलन से बचाने में सफल रहे। यदि पिछले 60 साल में यह सब न हुआ होता तो मोदी आज सोमालिया या बुरूंडी जैसे किसी देश की कमान संभाल रहे होते।