कानपुर, कानपुर के जाजमऊ इलाके में ढही निर्माणाधीन इमारत के मलबे से एक व्यक्ति और उसकी बेटी को जीवित बाहर निकाला गया है। पुलिस ने इस हादसे के संबंध में एक स्थानीय सपा नेता और ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सेना और एनडीआरएफ के दलों ने आज सुबह नौ वर्षीय लड़की और उसके पिता को इमारत के मलबे से जीवित निकाला। दोनों मामूली रूप से घायल हैं। इस हादसे में कुल सात लोग मारे गए हैं और 18 लोग घायल हुए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुल्हरी ने बताया कि कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) के ओएसडी डीडी वर्मा ने कल रात चकेरी पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी कि महताब आलम अवैध तरीके से इमारत का निर्माण करवा रहे थे और इसके लिए केडीए ने उन्हें 23 नवंबर 2016 को नोटिस दिया था। उन्होंने शिकायत के हवाले से कहा कि आलम ने नोटिस का जवाब नहीं दिया। इमारत को केडीए ने पिछले सात 26 दिसंबर को सील कर दिया था लेकिन अवैध रूप से सील तोड़कर कल निर्माण फिर से शुरू किया गया था। कुल्हरी ने कहा कि शिकायत के आधार पर आलम और उनके ठेकेदार के खिलाफ कल रात धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) समेत भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आज आलम के आवास पर छापा मारा लेकिन वह नहीं मिले। आलम और उनका ठेकेदार दोनों फरार हैं।